अडानी समूह की कंपनी अंबुजा सीमेंट ने सितंबर 2025 तिमाही में ऐसा प्रदर्शन किया है जिसने पूरे सीमेंट उद्योग को चौंका दिया है। कंपनी का तिमाही मुनाफा एक साल में चार गुना से ज्यादा बढ़कर ₹2,302 करोड़ पर पहुंच गया, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह ₹496 करोड़ था। यह शानदार उछाल उस समय आया है जब मानसून के चलते निर्माण गतिविधियों में मंदी बनी हुई थी। इसके बावजूद अंबुजा ने न केवल अपनी कमाई बढ़ाई, बल्कि क्षमता विस्तार की योजनाओं को भी गति दी है।

टैक्स रिवर्सल से मुनाफे को मिला बूस्ट
कंपनी के अनुसार, इस तिमाही के बेहतर नतीजों में इनकम टैक्स प्रोविजन रिवर्सल का भी बड़ा योगदान रहा है। वित्तीय विवरणों के मुताबिक, लगभग ₹1,697 करोड़ की टैक्स रिवर्सल राशि को तिमाही परिणामों में शामिल किया गया है, जिससे शुद्ध मुनाफे में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई।
रेवेन्यू में मजबूत उछाल और विस्तार पर फोकस
अंबुजा सीमेंट की कुल आय ₹7,552 करोड़ से बढ़कर ₹9,174 करोड़ पर पहुंच गई है। कंपनी के सीईओ विनोद बहेती ने बताया कि यह तिमाही उद्योग के लिए निर्णायक रही।
उन्होंने कहा कि लंबे मानसून जैसी चुनौतियों के बावजूद, सेक्टर को GST 2.0, कार्बन क्रेडिट ट्रेडिंग स्कीम (CCTS) और कोयला सेस हटाने जैसी नीतिगत सुधारों से राहत मिली है। अंबुजा ने अपने FY28 के लिए उत्पादन क्षमता का लक्ष्य 140 MTPA से बढ़ाकर 155 MTPA कर दिया है। कंपनी का कहना है कि यह अतिरिक्त क्षमता कम लागत (USD 48 प्रति टन) पर हासिल की जाएगी, जिससे दीर्घकालिक प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार होगा।
भविष्य को लेकर कंपनी का सकारात्मक नजरिया
अंबुजा सीमेंट का अनुमान है कि FY26 की शेष अवधि में मांग मजबूत बनी रहेगी और बाजार का माहौल सकारात्मक रहेगा। कंपनी डबल डिजिट रेवेन्यू ग्रोथ और चार अंकों वाले प्रति टन EBITDA का लक्ष्य लेकर चल रही है। इसके साथ ही, प्रबंधन का उद्देश्य है कि FY28 तक उत्पादन लागत घटाकर ₹3,650 प्रति टन तक लाई जाए, जिससे लाभप्रदता और दक्षता दोनों में सुधार हो सके।
