देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) के ऑपरेशन पर संकट लगातार आठवें दिन भी जारी रहा। मंगलवार को बेंगलुरु और हैदराबाद से लगभग 180 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। अधिकारियों के अनुसार, हैदराबाद से कुल 58 उड़ानें रद्द हुईं, जिनमें 14 आने वाली और 44 जाने वाली फ्लाइट्स शामिल हैं। वहीं, बेंगलुरु एयरपोर्ट पर 121 फ्लाइट्स का संचालन नहीं हो सका, जिसमें 58 आगमन और 63 प्रस्थान उड़ानें थीं।
इसके अलावा राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भी स्थिति सामान्य नहीं हो सकी। सूत्रों के मुताबिक, यहां से इंडिगो को कुल 152 उड़ानें कैंसिल करनी पड़ीं। लगातार बड़े पैमाने पर हो रही रद्दियों के चलते यात्रियों में नाराजगी और असुविधा बढ़ती जा रही है।
DGCA का सख्त कदम: उड़ानों की संख्या में 5% की कटौती
नागरिक उड्डयन सुरक्षा नियामक DGCA ने यात्रियों की परेशानी और परिचालन बाधाओं को देखते हुए इंडिगो के विंटर फ्लाइट शेड्यूल में 5 फीसदी की कटौती का फैसला किया है। यह आदेश 1 दिसंबर 2025 से लागू होगा। नियामक संस्था ने सभी सेक्टर्स पर, खासकर ज्यादा भीड़ वाले और अधिक फ्रीक्वेंसी वाले रूट्स पर उड़ानों की संख्या घटाने को कहा है।
DGCA ने एयरलाइन को निर्देश दिया है कि वह बुधवार शाम 5 बजे तक अपना नया संशोधित शेड्यूल सौंपे। यह फैसला केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार विंटर सीजन के दौरान इंडिगो के मौजूदा ऑपरेटिंग रूट्स को कम करने पर विचार कर रही है।
IndiGo की मौजूदा स्थिति
गुरुग्राम स्थित यह एयरलाइन घरेलू विमानन बाजार में 65 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी रखती है। सोमवार को इंडिगो ने देश के छह प्रमुख मेट्रो शहरों से 560 से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द की थीं। आमतौर पर कंपनी रोजाना करीब 2,200 उड़ानें संचालित करती है, जो 90 घरेलू और 40 से अधिक अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों को जोड़ती हैं। हालांकि, मौजूदा परिचालन संकट ने एयरलाइन के नेटवर्क को फिलहाल बुरी तरह प्रभावित किया है।


