बिहार के पूर्णिया शहर मंगलवार की रात उस वक्त सन्नाटे में डूब गया जब यूरोपियन कॉलोनी से आई एक खबर ने पूरे जिले को हिला दिया। खाद–बीज के जाने-माने कारोबारी और 2009 के बसपा लोकसभा प्रत्याशी नवीन कुशवाहा, उनकी पत्नी कंचन माला, और बेटी तनु प्रिया की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। यह घटना खजांची हाट थाना क्षेत्र की बताई जा रही है, जहां से तीनों को गंभीर हालत में निजी अस्पताल लाया गया था।
घटनाक्रम जिसने सबको झकझोर दिया
शाम के करीब साढ़े सात बजे पहले तनु प्रिया को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। बताया गया कि वह घर में गिर गई थी और बेहोश थी। इसके कुछ ही देर बाद पत्नी कंचन माला और अंत में स्वयं नवीन कुशवाहा को भी अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने तीनों को बचाने की कोशिश की, लेकिन आधे घंटे के भीतर परिवार के ये तीनों सदस्य एक-एक कर दम तोड़ गए।

पूर्व लोकसभा प्रत्याशी नवीन कुशवाहा
परिवार की कहानी में विरोधाभास
घटना के तुरंत बाद नवीन कुशवाहा के भाई और जदयू नेता निरंजन कुशवाहा ने बताया, “पहले बेटी गिर गई थी। उसे बचाने की कोशिश में भैया भी गिर पड़े। सदमे में भाभी की जान चली गई।” परंतु अस्पताल प्रबंधन की बात कुछ और कहती है। अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. बी.एन. कुमार के मुताबिक, “नवीन कुशवाहा के गले में फांसी के फंदे के निशान हैं। बेटी के सिर के पीछे चोट का घाव है, जबकि पत्नी के शरीर पर कोई बाहरी चोट नहीं दिखी।” डॉक्टरों का मानना है कि नवीन कुशवाहा ने संभवतः खुदकुशी की होगी, जबकि पत्नी की मौत सदमे या हार्ट फेल्योर से हुई हो सकती है।
पुलिस जांच और शुरुआती निष्कर्ष
पूर्णिया एसपी स्वीटी सहरावत खुद मौके पर पहुंचीं। उन्होंने बताया कि मृतकों के शरीर पर जो निशान मिले हैं, उन्हें देखते हुए यह मामला “जटिल” है।
“नवीन कुशवाहा के गले में फंदे का निशान है, बेटी के सिर पर चोट है। असली कारण का पता पोस्टमार्टम और फोरेंसिक रिपोर्ट के बाद ही चलेगा।”
उन्होंने यह भी बताया कि मृतक की पत्नी पहले से शुगर, हृदय रोग और अल्सर से पीड़ित थीं, जिससे संभव है कि सदमे में उनकी मृत्यु हुई हो।
बेटे बने गवाह
घटना के समय परिवार के दोनों बेटे घर में मौजूद थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने ही तीनों को अस्पताल पहुंचाया। प्रारंभिक पूछताछ में बेटों ने कहा कि सब कुछ “कुछ ही मिनटों में” हुआ — बेटी पहले बेहोश हुई, फिर पिता और मां गिरे। फिलहाल दोनों की बयानबाजी को जांच टीम ने रिकॉर्ड कर लिया है।
सियासी हलचल और शोक की लहर
घटना की खबर फैलते ही राजनीतिक गलियारे में सन्नाटा छा गया। रातों-रात मंत्री लेसी सिंह, सांसद पप्पू यादव, पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा, विधायक विजय खेमका और कांग्रेस नेता जितेंद्र यादव अस्पताल पहुंचे। सभी ने परिजनों को ढांढस बंधाया और इसे “पूर्णिया की सबसे दर्दनाक पारिवारिक त्रासदी” बताया।
रहस्य गहराया, जवाब बाकी
फिलहाल, पुलिस ने यूरोपियन कॉलोनी स्थित घर को सील कर दिया है। मौके से कुछ घरेलू सामान और एक मोबाइल फोन जब्त किया गया है। फोरेंसिक टीम ने देर रात तक सैंपल एकत्र किए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट बुधवार शाम तक आने की उम्मीद है — जो यह तय करेगी कि यह दुर्घटना, आत्महत्या या कुछ और था।


