- इस वर्ष, गुरु नानक जयंती 5 नवंबर 2025 (बुधवार) को मनाई जा रही है।
- यह पर्व हिंदू-calendar के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन आता है।
- पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 4 नवंबर 2025 रात 10:36 बजे से और समाप्ति 5 नवंबर सुबह 6:48 बजे तक है।

महत्व और इतिहास
- यह दिन सिख धर्म के प्रथम गुरु Guru Nanak Dev Ji के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।
- गुरु नानक देव जी ने समानता, सेवा, ईमानदारी और एक-ईश्वरवाद (Ek Onkar) का संदेश दिया।
- उनका जन्म 15 अप्रैल 1469 को राय भोई की तलवंडी (अब पाकिस्तान में ननकाना साहिब) में हुआ था।
कैसे मनाया जाता है
- प्रमुख गुरुद्वारों में भजन-कीर्तन, पूजा-अर्चना, अखंड पाठ और लंगर (सामुदायिक भोजन) का आयोजन होता है।
- नगर कीर्तन निकाली जाती है जहाँ भक्तगण एकत्र होकर संगठित रूप से चलते-गाते भजन-कीर्तन करते हैं।
- इस अवसर पर स्कूल-कॉलेजों और सरकारी कार्यालयों में छुट्टी होती है कई राज्यों में बैंक भी बंद रखे जाते हैं।
संदेश और प्रेरणा
- गुरु नानक देव जी का जीवन हमें यह सिखाता है कि धर्म या जाति से ऊपर इंसानियत है, सेवा, समानता और सरलता का जीवन है।
- इस दिन लंगर में सभी को भोजन देना, भजन-कीर्तन करना, एकता की भावना बढ़ाना — ये मुख्य भावनाएँ होती हैं।
- यदि आप गुरुद्वारे जाना चाहें या किसी कार्यक्रम में हिस्सा लें — तो सुबह जल्दी जाना बेहतर रहता है, क्योंकि भक्तों की संख्या अधिक होती है।


