वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा है कि पाकिस्तान उन देशों में शामिल है जो सक्रिय रूप से परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहे हैं। ट्रंप का कहना है कि यह केवल एक या दो देशों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक “वैश्विक पैटर्न” बन चुका है — और इसी वजह से अमेरिका को भी अपने परमाणु परीक्षण फिर से शुरू करने की ज़रूरत महसूस हो रही है।
रविवार को “60 मिनट्स” में दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने स्पष्ट कहा, “रूस परीक्षण कर रहा है, चीन कर रहा है, उत्तर कोरिया कर रहा है — और हां, पाकिस्तान भी ऐसा कर रहा है। केवल अमेरिका ही है जो अब तक रुककर देख रहा है। लेकिन अब हम और नहीं रुकेंगे।” ट्रंप ने आगे कहा कि अमेरिका एक खुला और पारदर्शी समाज है, जहां ऐसी गतिविधियों पर मीडिया खुलकर सवाल करता है। “हमारे यहां स्वतंत्र प्रेस है, इसलिए हमें बात करनी पड़ती है। लेकिन रूस या चीन जैसे देशों में ऐसे पत्रकार नहीं हैं जो इस पर रिपोर्ट करें।”

🇺🇸 “अब वक्त है परमाणु संतुलन का”
इंटरव्यू के दौरान ट्रंप ने यह भी स्वीकार किया कि अमेरिका के पास दुनिया के किसी भी देश से ज्यादा परमाणु हथियार हैं, लेकिन उन्होंने साथ ही यह भी जोड़ा कि “हमें निरस्त्रीकरण पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।” उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग — दोनों से बातचीत की है।
ट्रंप के अनुसार, “हमारे पास इतनी क्षमता है कि पृथ्वी को 150 बार नष्ट किया जा सकता है। रूस के पास भी बहुत बड़ा भंडार है और चीन तेजी से उस दिशा में बढ़ रहा है। लेकिन अगर बाकी देश परीक्षण कर रहे हैं, तो अमेरिका अकेला क्यों रुके?”
रूस का नया हथियार और अमेरिका की प्रतिक्रिया
ट्रंप का यह बयान उस समय आया है जब रूस ने हाल ही में अपनी नवीनतम परमाणु-सक्षम मिसाइल का परीक्षण किया है। बताया जा रहा है कि यह परमाणु ऊर्जा से संचालित मिसाइल 15 घंटे से अधिक समय तक उड़ान भर सकती है — जो अब तक की सबसे लंबी दूरी तय करने वाली प्रणालियों में से एक मानी जा रही है।
इसी संदर्भ में जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या अमेरिका भी अब नए सिरे से परमाणु परीक्षण की तैयारी कर रहा है, तो उन्होंने इशारों में कहा:
“तैयारियां चल रही हैं। समय और स्थान के बारे में अभी नहीं बताऊंगा — लेकिन हम इसे बहुत अच्छी तरह से संभाल रहे हैं।”
“दुनिया को अस्थिर नहीं करेंगे, लेकिन कमजोर भी नहीं रहेंगे”
यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिका के संभावित परीक्षणों से दुनिया में अस्थिरता फैल सकती है, ट्रंप ने कहा:
“मुझे नहीं लगता ऐसा होगा। हमने सबकुछ नियंत्रण में रखा है। लेकिन हम अब और पीछे नहीं रह सकते।”


