बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने से पहले ही मोकामा का माहौल गर्मा गया है। जनसुराज पार्टी से जुड़े दुलारचंद यादव की रहस्यमयी मौत ने न केवल मोकामा, बल्कि पूरे बिहार में हलचल मचा दी है। अब उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद कई नए तथ्य उजागर हुए हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने क्या बताया?
चिकित्सकों की रिपोर्ट के अनुसार, दुलारचंद यादव की मौत का कारण फेफड़े के फटने और छाती की कई पसलियों के टूटने से हुई गंभीर आंतरिक रक्तस्राव (इंटरनल ब्लीडिंग) है। डॉक्टरों ने रिपोर्ट में लिखा है— “कार्डियो-पल्मोनरी फेल्योर विद ब्लंट इंजरी टू चेस्ट एंड हेड” यानी छाती और सिर पर लगी ज़ोरदार चोटों के कारण हृदय और सांस की क्रियाएं बंद हो गईं।
राजनीतिक पृष्ठभूमि और FIR
मृतक दुलारचंद यादव को अनंत सिंह का पुराना विरोधी माना जाता था। घटना के बाद उनके पोते की शिकायत पर पुलिस ने जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह, उनके भतीजे रणवीर सिंह और कर्मवीर सिंह समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास और अन्य गंभीर धाराओं में FIR दर्ज की है।

पुलिस पर भी गिरी गाज
घटना स्थल घोसवरी और भदौर थाना क्षेत्रों में आने के कारण पुलिस की भूमिका पर सवाल उठे। लापरवाही के आरोप में पटना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए
- घोसवरी थानाध्यक्ष मधु सुदन
- भदौर थानाध्यक्ष रवि रंजन
को निलंबित कर दिया है।
अंतिम संस्कार के बाद भी गरम है सियासत
पोस्टमार्टम के बाद दुलारचंद यादव का अंतिम संस्कार कर दिया गया, लेकिन इस घटना ने मोकामा के सियासी समीकरणों में भूचाल ला दिया है। स्थानीय स्तर पर लोग इसे चुनावी हिंसा का संकेत मान रहे हैं, जबकि पुलिस मामले की गहराई से जांच में जुटी है।


