टिकटों के दाम आसमान पर, सरकार ने एयरलाइनों को लगाई लगाम
देश के कई हवाई मार्गों पर अचानक बढ़े किरायों को लेकर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कड़ा रुख अपनाया है। मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी हाल में यात्रियों से मनमाना शुल्क वसूलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मौजूदा हालात को देखते हुए सरकार ने अपनी नियामक शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए सभी एयरलाइनों को किराया सीमा के भीतर टिकट बेचने के निर्देश जारी किए हैं। आदेश में कहा गया है कि हालात सामान्य होने तक तय मूल्य सीमा का पालन हर हाल में जरूरी होगा।
सरकार का कहना है कि इस कदम का मकसद यात्रियों का शोषण रोकना और बाजार में टिकटों की कीमतों पर नियंत्रण बनाए रखना है। खास तौर पर उन यात्रियों को राहत पहुंचाना उद्देश्य है जिन्हें आपात हालात में सफर करना पड़ता है, जैसे बुजुर्ग, छात्र और इलाज के लिए यात्रा करने वाले मरीज। मंत्रालय ने किरायों पर नजर रखने के लिए एयरलाइनों और ऑनलाइन टिकट प्लेटफॉर्म्स के साथ मिलकर रीयल-टाइम मॉनिटरिंग व्यवस्था भी मजबूत कर दी है। तय सीमा से ऊपर कीमत वसूले जाने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
उड़ान रद्द होने से मचा हड़कंप, टिकटों के दाम आसमान पर
दरअसल, इंडिगो की बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने के बाद घरेलू हवाई बाजार में टिकटों की भारी किल्लत हो गई है। इसके कारण दिल्ली से देश के प्रमुख शहरों की उड़ानों के किराये में रिकॉर्ड उछाल देखा गया। ऑनलाइन ट्रैवल पोर्टल मेकमायट्रिप के आंकड़ों के मुताबिक, एक ही दिन की नॉन-स्टॉप उड़ानों की कीमतें आसपास की तारीखों की तुलना में लगभग दोगुनी हो गई हैं।
कुछ प्रमुख रूट्स पर किरायों की स्थिति
- दिल्ली-बेंगलुरु: न्यूनतम किराया 40,000 रुपये से ज्यादा, कई फ्लाइट्स में यह 80,000 रुपये से ऊपर पहुंच गया।
- दिल्ली-मुंबई: टिकट के दाम 36,107 रुपये से शुरू होकर 56,000 रुपये से ऊपर तक।
- मुंबई-दिल्ली वापसी फ्लाइट: 23,000 से 37,000 रुपये से अधिक तक के किराये।
- दिल्ली-चेन्नई: आखिरी समय में किराया 62,000 से 82,000 रुपये तक पहुंच गया।
- दिल्ली-गुवाहाटी: सबसे सस्ता टिकट 23,998 रुपये और महंगा 35,015 रुपये तक।
अंतरराष्ट्रीय यात्रा बनी घरेलू उड़ानों से सस्ती
अजीब स्थिति यह है कि महंगे घरेलू किरायों के मुकाबले अंतरराष्ट्रीय उड़ानें काफी सस्ती मिल रही हैं। उदाहरण के लिए:
- दिल्ली-दुबई: लगभग 25,855 रुपये
- बेंगलुरु-दुबई: करीब 15,000 रुपये
- दिल्ली-बैंकॉक: लगभग 18,747 रुपये
यानी दो भारतीय शहरों के बीच यात्रा करना कई मामलों में विदेश जाने से ज्यादा महंगा पड़ रहा है।
सरकार ने भरोसा दिलाया है कि हालात पर कड़ी नजर रखी जा रही है और यात्रियों से किसी भी तरह की लूट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


