आगरा के फतेहाबाद क्षेत्र अंतर्गत बमरौली कटारा गांव में शुक्रवार दोपहर उस समय हंगामा मच गया, जब टोरेंट पावर की टीम ने बिना किसी पूर्व सूचना के कई किसानों के ट्यूबवेल बिजली कनेक्शन काट दिए। साथ ही 11 केवी लाइन के विद्युत तार भी उतार लिए गए, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
किसानों का आरोप है कि अचानक की गई इस कार्रवाई से क्षेत्र में भारी परेशानी खड़ी हो गई। जब किसानों ने इसका विरोध किया तो टोरेंट कर्मचारियों ने उनसे बदसलूकी की, जिससे मामला और गरमा गया।
घटना की सूचना मिलते ही भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के जिलाध्यक्ष राजवीर लवानिया किसानों के समर्थन में मौके पर पहुंचे। उन्होंने टोरेंट कर्मियों के तरीके पर कड़ा ऐतराज जताते हुए तुरंत बिजली आपूर्ति बहाल कराने की मांग की। इस बीच जब कंपनी की टीम कटे तार अपने साथ ले जाने लगी तो आक्रोशित किसानों ने वहीं धरना शुरू कर दिया, जिसमें बड़ी संख्या में किसान शामिल हो गए।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बमरौली कटारा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। थानाध्यक्ष ने पूरी जानकारी लेने के बाद टोरेंट कर्मियों को फटकार लगाते हुए तुरंत बिजली लाइन जुड़वाने के निर्देश दिए। किसानों के लगातार बढ़ते विरोध के चलते टीम को मजबूरन पीछे हटना पड़ा और लाइन जोड़ने की प्रक्रिया शुरू कराई गई।
किसानों का कहना है कि इस समय खेतों में आलू की फसल बेहद नाजुक स्थिति में है। बिजली आपूर्ति ठप होने से सिंचाई बाधित हो जाती, जिससे फसल को भारी नुकसान पहुंचने का खतरा था। उन्होंने आरोप लगाया कि टोरेंट पावर की यह कार्रवाई किसानों पर दबाव बनाने की कोशिश है। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि ऐसी मनमानी दोबारा हुई तो वे बड़े आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
मौके पर हरि बाबा, विजेंद्र सिंह, गुड्डू खलीफा, राजू तिवारी, सुरेंद्र कटारा, प्रेम नगाइच, गोविंद कटारा, उमेश शर्मा, गिरीश मुंशी, अखिलेश कटारा और मुन्नालाल कटारा सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।


