सबसे कम उम्र में शतक जड़ने वाले बल्लेबाज बने वैभव सूर्यवंशी

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 में बिहार के 14 वर्षीय बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जो भारतीय क्रिकेट इतिहास का हिस्सा बन गया है। महाराष्ट्र के खिलाफ मुकाबले में इस नन्हे सितारे ने महज 61 गेंदों पर नाबाद 108 रनों की विस्फोटक पारी खेलते हुए अपने करियर का तीसरा टी20 शतक जड़ा। इसके साथ ही वे टूर्नामेंट में शतक लगाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए।
ईडन गार्डन्स बना मंच, वैभव ने बरसाए चौके-छक्के
कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स में खेले गए इस मैच में सूर्यवंशी के बल्ले से आग बरसती नजर आई। उनकी पारी में 7 चौके और 7 गगनचुंबी छक्के शामिल थे। उन्होंने मैदान के हर कोने में शॉट्स खेलते हुए महाराष्ट्र के गेंदबाजों को पूरी तरह दबाव में डाल दिया।
कप्तानी जिम्मेदारी और मैच समझ की मिसाल
बिहार की बल्लेबाजी शुरुआत में ही लड़खड़ा गई थी और टीम संकट में फंस गई थी। ऐसे वक्त में वैभव ने जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने आक्रामकता के साथ-साथ धैर्य का भी शानदार तालमेल दिखाया। टीम की ओर से दूसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर केवल 26 रन था, जिससे साफ जाहिर हुआ कि बिहार की पारी को संभालने का पूरा भार सूर्यवंशी के कंधों पर था। उनकी बदौलत बिहार ने बोर्ड पर 176 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।
अंत तक जमे रहे क्रीज पर
पूरे 20 ओवर तक क्रीज पर टिके रहना किसी अनुभवी बल्लेबाज के लिए भी आसान नहीं होता, लेकिन 14 साल के इस खिलाड़ी ने कमाल की मैच अवेयरनेस दिखाई। वे अंतिम गेंद तक नाबाद रहे और अपनी संयमित बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया।
महाराष्ट्र ने जीता मुकाबला
हालांकि वैभव की ऐतिहासिक पारी के बावजूद बिहार को जीत नहीं मिल सकी। महाराष्ट्र ने कप्तान पृथ्वी शॉ की तेजतर्रार 66 रन (30 गेंद) की बदौलत लक्ष्य को 19.1 ओवर में हासिल कर लिया। शॉ को उनकी पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
रिकॉर्ड बनाना बन चुका है आदत
वैभव सूर्यवंशी के लिए यह उपलब्धि पहली नहीं है। कुछ दिन पहले ही उन्होंने एशिया कप राइजिंग स्टार्स टूर्नामेंट में यूएई के खिलाफ केवल 42 गेंदों में 144 रन की तूफानी पारी खेलकर सुर्खियां बटोरी थीं। लगातार ऐसे प्रदर्शन से साफ है कि भारतीय घरेलू क्रिकेट को एक भविष्य का सुपरस्टार मिल गया है।


