अमेरिका के न्यूयॉर्क में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और न्यूयॉर्क सिटी के मेयर-इलेक्ट जोहरान ममदानी की मुलाकात ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। इस भेंट के तुरंत बाद न्यूयॉर्क की गवर्नर कैथी होचुल ने एक सख्त बयान जारी करते हुए ममदानी पर हो रहे इस्लामोफोबिक हमलों की खुलकर आलोचना की और उन्हें “अस्वीकार्य” बताया। होचुल ने यह भी माना कि ट्रंप और ममदानी की बातचीत राज्य के लिए अहम है, क्योंकि दोनों ने सार्वजनिक सुरक्षा और सरकारी खर्च जैसे मुद्दों पर साथ काम करने की इच्छा जताई है। फिर भी उन्होंने चेतावनी देते हुए रिपब्लिकन नेताओं द्वारा ममदानी को ‘जिहादी’ जैसे शब्दों से निशाना बनाने को घातक और विभाजनकारी राजनीति करार दिया।

कठोर संदेश: “न्यूयॉर्क में नफरत की भाषा की जगह नहीं”
गवर्नर होचुल ने अपने बयान में कहा कि किसी की धार्मिक पहचान या पृष्ठभूमि को राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल करना न केवल नैतिक रूप से गलत है बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला भी है। उन्होंने माना कि राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा ऐसे हमलों को खारिज करना सही दिशा में कदम है, लेकिन राज्य सरकार किसी भी भेदभावपूर्ण राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेगी। होचुल ने यह भी स्पष्ट किया कि व्हाइट हाउस के साथ सहयोग तभी संभव है जब न्यूयॉर्क के हितों और मूल्यों की अनदेखी न की जाए।
ममदानी को मिला मजबूत समर्थन
ममदानी के चुनाव जीतने के बाद यह पहली बार है जब गवर्नर होचुल ने इतनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वह राज्य के विकास के लिए ट्रंप और ममदानी दोनों के साथ काम करने को तैयार हैं, बशर्ते कि यह साझेदारी न्यूयॉर्क की प्राथमिकताओं से समझौता न करे।
उनके बयान को राजनीतिक हलकों में ममदानी के प्रति एक मजबूत समर्थन और नफरत की राजनीति के खिलाफ साफ चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है।
व्हाइट हाउस में हुई दुर्लभ मुलाकात
इससे पहले शुक्रवार को 34 वर्षीय मेयर-इलेक्ट जोहरान ममदानी ने व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात की थी। एक ओर ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी के प्रमुख नेता हैं, वहीं ममदानी सोशलिस्ट-डेमोक्रेट विचारधारा से जुड़े हैं—इस वजह से यह मुलाकात राष्ट्रीय स्तर पर बेहद असामान्य मानी गई। ममदानी जनवरी 2026 में पदभार ग्रहण करेंगे और लगभग सौ वर्षों में न्यूयॉर्क के सबसे युवा मेयर होंगे। दूसरी ओर 79 वर्ष की आयु में ट्रंप अमेरिका के सबसे वरिष्ठ राष्ट्रपति बन चुके हैं।
यह मुलाकात भले ही कुछ साझा मुद्दों पर सहयोग का संकेत देती है, लेकिन इसके साथ ही रिपब्लिकन खेमे के भीतर ममदानी को लेकर असहजता भी सामने आई है। गवर्नर होचुल का बयान इस विवाद पर राज्य सरकार की स्पष्ट और कड़ी स्थिति उजागर करता है।


