बाबा बागेश्वर धाम के प्रमुख आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की ‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा’ शनिवार सुबह फरीदाबाद में प्रवेश कर गई। यात्रा के आगमन पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। इस दौरान शहर में श्रद्धा और सुरक्षा दोनों का अद्भुत संगम दिखाई दिया। इस पदयात्रा में केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी भाग लिया। उन्होंने बाबा बागेश्वर और अन्य संतों से मुलाकात कर उनसे धर्म, एकता और राष्ट्र निर्माण पर चर्चा की। यात्रा में देश की कई नामचीन हस्तियां भी शामिल हुईं — जिनमें भारतीय क्रिकेटर उमेश यादव, शिखर धवन और विश्व प्रसिद्ध रेसलर द ग्रेट खली शामिल हैं।

फरीदाबाद में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
शहर में पदयात्रा के मद्देनज़र प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतज़ाम किए हैं। पुलिस बल मुस्तैद है, सड़कों की सफाई और यातायात की दिशा तय कर दी गई है। शाम तक यह यात्रा एनआईटी दशहरा मैदान पहुँचेगी, जहां रात्रि विश्राम और एक भव्य सत्संग समारोह आयोजित होगा। संयुक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि “पुलिस बल हर स्तर पर तैनात है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।” मैदान में लोगों का आना शुरू हो गया है, और चारों ओर “जय श्री राम” व “हर हर महादेव” के जयकारे गूंज रहे हैं।
“भारत एक हिंदू राष्ट्र बनेगा” — धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
धीरेंद्र शास्त्री ने अपने संबोधन में कहा, “यह देखकर प्रसन्नता होती है कि समाज के हर वर्ग के लोग सनातन धर्म के इस आंदोलन से जुड़ रहे हैं। हिंदू अब एकजुट हो रहा है, जाग रहा है। जब राष्ट्र जागेगा, तब भारत निश्चित रूप से एक हिंदू राष्ट्र बनेगा। हमारा लक्ष्य जातिवाद-मुक्त और राष्ट्रवादी भारत है।”
“एकता में ही शक्ति है” — शिखर धवन
पूर्व क्रिकेटर शिखर धवन ने कहा, मुझे इस पदयात्रा का हिस्सा बनकर गर्व महसूस हो रहा है। धीरेंद्र शास्त्री का उद्देश्य हिंदुओं को जात-पात से ऊपर उठाकर एकता की भावना से जोड़ना है। एकता ही राष्ट्र की असली ताकत है।”
“हर सनातनी को जुड़ना चाहिए” — उमेश यादव
भारतीय तेज़ गेंदबाज़ उमेश यादव ने कहा, “यह सब भगवान की कृपा से संभव हुआ है। बाबा बागेश्वर का यह अभियान हिंदुओं को एकजुट करने का माध्यम है। हर सनातनी को इसमें शामिल होकर धर्म और संस्कृति के प्रति जागरूक होना चाहिए।”
रेसलर खली बोले — “यह यात्रा हम सबकी है”
रेसलर द ग्रेट खली ने भी पदयात्रा में भाग लिया और कहा कि, “यह यात्रा सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने का एक प्रयास है। हर व्यक्ति को इसमें शामिल होकर इसे सफल बनाना चाहिए।”


