जयपुर दहला — तेज रफ्तार डंपर बना मौत का पहिया, सड़क पर मचा कोहराम
राजधानी जयपुर के हरमाड़ा इलाके में सोमवार दोपहर ऐसा मंजर देखने को मिला, जिसे याद कर लोग अब भी कांप रहे हैं। दोपहर करीब एक बजे लोहा मंडी रोड नंबर 14 पर एक डंपर मौत का पहिया बनकर दौड़ा — करीब 300 मीटर तक, दस से ज्यादा वाहनों को कुचलता हुआ। इस भीषण हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 15 से अधिक लोग घायल हैं, जिनमें आठ की हालत नाज़ुक बताई जा रही है।

ब्रेक फेल होते ही डंपर बना रफ्तार का राक्षस
पुलिस के अनुसार, डंपर खाली था और हाईवे की ओर चढ़ाई ले रहा था, जब अचानक उसके ब्रेक ने जवाब दे दिया। देखते ही देखते वाहन बेकाबू हो गया और सड़क पर अफरातफरी मच गई। डंपर ने पहले दो कारों को टक्कर मारी, फिर ऑटो और मोटरसाइकिलों को रौंदता चला गया। करीब 300 मीटर दूर जाकर वह डिवाइडर से टकराया — लेकिन तब तक सबकुछ तबाही में बदल चुका था।
मलबे में तब्दील सड़क, घायल लोगों की चीखें
हादसे के तुरंत बाद सड़क मलबे और चीखों से भर गई। कई वाहन एक-दूसरे पर चढ़ गए। घायल लोग सड़कों पर तड़प रहे थे। आस-पास के दुकानदार और राहगीर बिना देर किए मदद में जुट गए। किसी ने एंबुलेंस को फोन लगाया, तो किसी ने अपने वाहनों से घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
कांवटिया अस्पताल में घायलों को भर्ती कराया गया है, जबकि गंभीर घायलों को एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया है। मृतकों के शवों को फिलहाल कांवटिया हॉस्पिटल की मॉर्चरी में रखा गया है।
स्थानीय लोगों ने दिखाया साहस, पुलिस ने संभाली कमान
हादसे की सूचना मिलते ही हरमाड़ा थाना पुलिस, फायर ब्रिगेड और रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंचीं। सड़क को दोनों ओर से बंद कर राहत कार्य शुरू किया गया। कई वाहनों में फंसे लोगों को गैस कटर की मदद से बाहर निकाला गया।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया — “डंपर इतना तेज था कि किसी को भागने का मौका ही नहीं मिला। चारों ओर सिर्फ धूल, आवाजें और चीखें थीं।”
सन्नाटा छोड़ गया हादसा
मौत और मलबे के बीच मानवीय संवेदना भी दिखी — स्थानीय लोगों ने अपने कपड़ों और चादरों से शवों को ढक दिया। कुछ लोग अपने लापता परिजनों को तलाशते हुए पुलिस की बैरिकेड्स पार करने की कोशिश कर रहे थे। पहचान की प्रक्रिया अब भी जारी है।
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने डंपर चालक को हिरासत में ले लिया है। शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि वाहन के ब्रेक सिस्टम में तकनीकी खराबी थी। फिलहाल मामले की विस्तृत जांच जारी है और प्रशासन ने हादसे के कारणों की तकनीकी जांच के आदेश दिए हैं।
यह हादसा सिर्फ एक सड़क दुर्घटना नहीं, बल्कि लापरवाही और खराब रखरखाव के खिलाफ एक चेतावनी है — जो बताता है कि एक पल की असावधानी कितनी ज़िंदगियाँ निगल सकती है।


