नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के सुभाष नगर इलाके से शनिवार सुबह एक चौंकाने वाली खबर आई है। इलाके के एक मकान में अचानक आग भड़क उठी, जिससे मोहल्ले में भगदड़ मच गई। स्थानीय लोगों ने तत्काल दमकल विभाग को सूचना दी, जिसके बाद फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने का अभियान शुरू कर दिया गया। राहत की बात यह है कि अब तक किसी के घायल या हताहत होने की खबर नहीं है। शुरुआती जांच में अंदेशा जताया जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट के चलते लगी थी। फिलहाल जांच टीमें आग लगने के सही कारणों की पड़ताल कर रही हैं।
पड़ोसियों की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आग लगते ही आसपास के लोगों ने तुरंत बिजली का मेन स्विच बंद कर दिया और गैस सिलेंडरों को घर से बाहर निकालने में मदद की। अगर ऐसा न किया जाता, तो आग और भी विकराल रूप ले सकती थी।
दिवाली के बाद फिर आग का कहर — मोहन नगर की घटना से उठे सवाल
कुछ ही दिन पहले दिवाली की रात पश्चिमी दिल्ली के मोहन गार्डन इलाके में भी चार मंजिला इमारत में आग लग गई थी। उस वक्त रात के लगभग 9:49 बजे पुलिस को सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची टीमों ने बड़ी मशक्कत के बाद तीन परिवारों के सात लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। पुलिस उपायुक्त (द्वारका) अंकित सिंह के मुताबिक, ‘‘स्थानीय लोगों और पुलिस कर्मियों ने मिलकर चार लोगों को रस्सियों के सहारे नीचे उतारा, जबकि तीन अन्य को दमकल विभाग ने खिड़कियों से बाहर निकाला।’’

बचाए गए लोगों में शामिल हैं —
- हरविंदर सिंह (34) और उनकी पत्नी प्रिया (27)
- वीरेंद्र सिंह (32) और उनकी पत्नी प्रेमवदा
- राखी कुमारी (40) और उनके बच्चे वैष्णवी (15) व कृष्णा (10)
दमकल विभाग के अधिकारी ने बताया कि पहली और दूसरी मंजिल पर आग भड़की थी, जिसकी वजह पटाखों की चिंगारी बताई जा रही है। सौभाग्य से सभी लोग सुरक्षित हैं।
लगातार बढ़ रही हैं आग की घटनाएं
राजधानी में बीते कुछ हफ्तों से आग लगने की घटनाएं चिंताजनक रूप से बढ़ी हैं। त्योहारों के दौरान बिजली के अधिक लोड, पटाखों और लापरवाही से यह खतरा और बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अब वक्त आ गया है जब दिल्ली में बिजली सुरक्षा नियमों और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली को और सशक्त बनाया जाए, ताकि ऐसी घटनाओं को समय रहते रोका जा सके।


