अचलगंज थाना क्षेत्र के गौरी त्रिभानपुर गांव में गुरुवार को दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। अवैध संबंध के शक में एक राजमिस्त्री ने अपनी पत्नी की खेत में फावड़े से हमला कर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने खुद UP-112 पर फोन कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और उसे वहीं से पकड़ लिया।

कैसे हुई वारदात
होरीलाल लोधी, जो खेती के साथ राजमिस्त्री का काम करता है, गुरुवार शाम करीब पांच बजे पत्नी शांति (38) को काम की आड़ में घर से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर खेत पर ले गया। उसने पत्नी से खेत से लकड़ियां हटाने को कहा। जब वह लकड़ी बीन रही थी तो दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई।
आरोपी के मुताबिक उसे पत्नी के चरित्र पर संदेह था। बातचीत के दौरान जब शांति ने जवाब देने से बचना चाहा, तो गुस्से में उसने फावड़े से सिर पर वार कर दिया। घायल होकर गिरने पर उसने गर्दन पर दूसरा प्रहार कर उसकी हत्या कर दी।
मायके वालों का हंगामा
घटना की खबर मिलते ही मृतका के मायके पक्ष के लोग थाने पहुंचे और आरोपी को उन्हें सौंपने की मांग को लेकर हंगामा किया। शांति के भाई चंद्रशेखर की तहरीर पर होरीलाल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मृतका की बहन राधा का आरोप है कि होरीलाल अक्सर शांति पर शक करता था और उसके साथ मारपीट करता था, लेकिन बहन ने कभी पुलिस में शिकायत नहीं की।
बीमारी के कारण घर लाई गई थी पत्नी
पांच दिन पहले ही होरीलाल अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए पत्नी और बच्चों को मायके से लेकर आया था। उसकी मां हाल ही में कानपुर हैलट अस्पताल में भर्ती थीं। शांति मायके में रहते हुए भी रोज अस्पताल जाकर सास की सेवा करती थी। राधा का कहना है कि मारपीट के चलते वे शांति को ससुराल भेजने के पक्ष में नहीं थे, लेकिन सास की बीमारी ने उन्हें विवश कर दिया।
बच्चों का भविष्य अधर में
वारदात की खबर सुनते ही आरोपी की बीमार मां रामावती बदहवास हो गईं। वहीं माता की मौत और पिता की गिरफ्तारी के बाद पांचों बच्चे—दिपाली, दिव्या, श्रद्धा, सत्यम और रुद्र—असहाय हो गए हैं। बच्चों ने बताया कि पिता अक्सर मां को पीटते थे, जिससे वे कई बार मामा के घर चले जाते थे। मृतका की मां जानकी ने कहा है कि अब वे ही बच्चों की परवरिश करेंगी।


