आगरा। शिक्षक खंड विधान परिषद सदस्य डॉ. आकाश अग्रवाल ने मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह से मुलाकात कर शिक्षक मतदाता सूची तैयार किए जाने की प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि आगरा खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से जुड़े 12 जिलों में मतदाता पंजीकरण के नियम एक समान नहीं हैं, जिससे शिक्षकों में असंतोष बढ़ रहा है।

डॉ. अग्रवाल के अनुसार, अधिकांश जिलों में संस्था प्रमुख के प्रमाणपत्र के आधार पर शिक्षकों का पंजीकरण किया जा रहा है, जबकि आगरा में प्रक्रिया को कठिन और लंबी बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस वजह से हजारों योग्य शिक्षक अपना मताधिकार पाने से वंचित रह सकते हैं।
उन्होंने दावा किया कि आगरा जिले में लगभग 10,000 से अधिक शिक्षकों के आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं और शिकायत दर्ज कराने या सुनवाई के लिए कोई जिम्मेदार अधिकारी उपलब्ध नहीं होता। साथ ही, 12 जिलों के लिए केवल एक ही रजिस्ट्रेशन अधिकारी नियुक्त होने के कारण समस्याओं का समय पर समाधान नहीं हो पा रहा।
डॉ. अग्रवाल ने नियमों में एकरूपता लागू करने और शिक्षकों को निष्पक्ष अवसर प्रदान करने की मांग की।


