रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को दिल्ली के लाल किले के पास हुए भीषण कार धमाके पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि सरकार इस “दुखद और निंदनीय घटना” के दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शेगी नहीं। उन्होंने कहा कि “देश की प्रमुख जांच एजेंसियाँ पूरी तत्परता से काम कर रही हैं और बहुत जल्द सच्चाई सामने आएगी।”

दिल्ली में आयोजित ‘दिल्ली रक्षा संवाद’ कार्यक्रम में बोलते हुए रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत विस्फोट पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए की। उन्होंने कहा, “मैं उन सभी लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ जिन्होंने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में अपने प्रियजनों को खो दिया। सरकार पूरी गंभीरता से इस हमले की जांच कर रही है और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।” सिंह ने आगे कहा कि सरकार किसी भी आतंकी या आपराधिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगी और ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियाँ मिलकर मामले की तहकीकात कर रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध कार को लाल किला पार्किंग क्षेत्र में विस्फोट से कुछ मिनट पहले और बाद में जाते हुए देखा गया है। कार का चालक अकेला दिखाई दे रहा है, और पुलिस अब दरियागंज की दिशा में उसके संभावित रूट और संपर्कों की जांच कर रही है।
अधिकारियों ने बताया कि अब तक 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज और इलेक्ट्रॉनिक डेटा खंगाले जा चुके हैं ताकि पूरे घटनाक्रम की श्रृंखला का पता लगाया जा सके। घटना के बाद लाल किला और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और एनएसजी, एनआईए तथा दिल्ली पुलिस की विशेष टीमें मौके पर काम कर रही हैं। इस बीच, गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक भी बुलाई गई है, जिसमें यूएपीए के तहत मामला दर्ज कर आगे की रणनीति तय की गई है। यह धमाका न केवल दिल्ली बल्कि पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियों के लिए चेतावनी साबित हुआ है, और अब यह देखा जा रहा है कि इस हमले के पीछे स्थानीय या अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का हाथ है या नहीं।


