आगरा एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात रह चुके एक सेवानिवृत्त सैन्य इंजीनियर के साथ करोड़ों की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। साझेदारी के नाम पर उनसे 65.85 लाख रुपये निवेश करवाने के बाद आरोपियों ने कथित तौर पर पूरी रकम हड़प ली। पीड़ित द्वारा रुपये वापस मांगे जाने पर न केवल उन्हें धमकाया गया, बल्कि उनके बेटे पर दो बार जानलेवा हमले भी कराए गए। आखिरकार पीड़ित ने न्यायालय का रुख किया, जिसके आदेश पर थाना सिकंदरा में केस दर्ज किया गया है।

हरिद्वार निवासी प्रदीप कुमार ने बताया कि वह मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज (एमईएस) में सहायक अभियंता पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। सेवा के दौरान आगरा में रहने के समय उनकी पहचान शाहगंज के वेस्ट अर्जुन नगर निवासी ठेकेदार दीनदयाल उपाध्याय और उनके बेटे मनीष से हुई थी। दोनों ने खुद को एमईएस में पंजीकृत ‘हरी कंस्ट्रक्शंस’ फर्म का संचालक बताया।
आरोपियों ने पंजाब में मिले दो निर्माण कार्य आदेशों का हवाला देते हुए निवेश की कमी बताई और प्रदीप कुमार को साझेदारी के लिए राजी किया। उम्र अधिक होने पर उन्होंने अपने बेटे शमित अग्रवाल और भतीजे अक्षित अग्रवाल को परियोजना की निगरानी के लिए लगाने की सहमति दी। इसके बाद लिखापढ़ी कर प्रदीप कुमार ने जीवन भर की मेहनत की कमाई 65.85 लाख रुपये फर्म में लगा दिए।
काम चलाने के नाम पर आरोपियों ने तीन बार पावर ऑफ अटार्नी भी बनवाई। पीड़ित पक्ष के मुताबिक, पंजाब स्थित एक स्कूल में निर्माण कार्य सुपरवाइजर की मदद से पूरा किया गया, लेकिन जैसे ही कार्य समाप्त हुआ, आरोपियों ने पावर ऑफ अटार्नी निरस्त कर दी और सभी बिलों का भुगतान सीधे अपने खातों में करा लिया।
जब पीड़ित ने अपने रुपये लौटाने की मांग की तो टालमटोल होती रही। बाद में आरोपियों ने अपने लेटर पैड पर लिखित आश्वासन दिया कि रकम एक वर्ष के भीतर उनके बेटे को लौटा दी जाएगी और देरी होने पर ब्याज भी दिया जाएगा, साथ ही साझेदारी से जुड़े कागज लौटाने की शर्त रखी गई।
समय पूरा होने के बाद भी जब पैसे नहीं मिले और बार-बार तकादा किया गया तो धमकियां मिलने लगीं। 31 जुलाई 2024 को लोहामंडी क्षेत्र में पीड़ित के बेटे पर जानलेवा हमला कराया गया। इसके बाद 8 अक्टूबर 2025 को सिकंदरा-बोदला रोड पर बेटे और उसके मित्र पर अज्ञात लोगों ने फिर से हमला कर दिया।
पीड़ित का आरोप है कि पुलिस से शिकायत करने के बावजूद सुनवाई नहीं हुई, जिसके बाद उन्होंने न्यायालय में परिवाद दायर किया। अदालत के आदेश पर थाना सिकंदरा में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।


