"स्वास्थ्य संकट के बीच गोविंदा की निजी जिंदगी में तूफान, पत्नी सुनीता ने लगाए कई गंभीर आरोप"
बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता गोविंदा एक बार फिर सुर्खियों में हैं — लेकिन इस बार वजह उनकी तबीयत और निजी जिंदगी दोनों हैं। सूत्रों के मुताबिक, 11 नवंबर की रात अचानक तबीयत बिगड़ने पर अभिनेता को मुंबई के जुहू स्थित क्रिटिकेयर अस्पताल (CritiCare Hospital) में भर्ती कराया गया। बताया गया कि उन्हें बेहोशी और चक्कर आने की शिकायत थी। अस्पताल सूत्रों ने बताया कि फिलहाल गोविंदा की हालत स्थिर है और उन्हें कुछ दिनों तक निगरानी में रखा जाएगा। डॉक्टरों ने बताया कि दवाइयों के बाद उनकी तबीयत में सुधार हो रहा है और वे आराम कर रहे हैं। पिछले साल उन्हें पैर में गोली लगने की घटना के बाद भी अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था।

निजी जिंदगी में बढ़ा तनाव
जहां एक ओर गोविंदा स्वास्थ्य से जूझ रहे हैं, वहीं उनकी पत्नी सुनीता आहूजा के हालिया बयानों ने उनकी निजी जिंदगी को फिर चर्चा में ला दिया है।
15 साल से अलग-अलग रह रहे हैं
पिंकविला को दिए इंटरव्यू में सुनीता ने खुलासा किया कि वह और गोविंदा पिछले 15 साल से अलग घरों में रहते हैं, हालांकि एक-दूसरे से उनका मिलना-जुलना बना रहता है।
उन्होंने कहा — “जिस आदमी ने एक अच्छी औरत को दुख दिया, वो कभी खुश नहीं रह सकता। मैंने अपनी पूरी ज़िंदगी उन्हें दी है। नाराज़ हूं, लेकिन प्यार आज भी है।”
मराठी एक्ट्रेस के साथ अफेयर की चर्चा
हाल के दिनों में यह अफवाहें तेज़ हैं कि गोविंदा का नाम एक मराठी अभिनेत्री के साथ जोड़ा जा रहा है।
इस पर सुनीता ने कहा — “मैंने भी ये बातें सुनी हैं, लेकिन जब तक खुद न देख लूं, कुछ नहीं कह सकती। आजकल की लड़कियां स्ट्रगल करने आती हैं, लेकिन शुगर डैडी की आदत पड़ जाती है।”
उन्होंने मज़ाकिया लेकिन तीखे लहजे में जोड़ा — “अगर मैं किसी को रंगे हाथ पकड़ लूं तो समझो सनी देओल वाला हाथ है मेरा, सब खत्म।”
अंधविश्वास और पैसे को लेकर मतभेद
एक पॉडकास्ट में सुनीता ने खुलासा किया था कि गोविंदा अपने पंडितों की बातों में आकर लाखों रुपए पूजा-पाठ में खर्च करते हैं, जबकि घर के ज़रूरी कामों में पैसे नहीं देते।
उनके इस बयान से विवाद इतना बढ़ा कि गोविंदा को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी और यह स्पष्ट करना पड़ा कि उनकी पत्नी के विचार उनसे अलग हैं।
सुनीता ने जवाब में कहा —
“जब वो पूजा में लाखों खर्च करते हैं तो मुझे तकलीफ होती है कि समाजसेवा के कामों में पैसा क्यों नहीं देते। अब मैं अपने पैसों से एनिमल शेल्टर और ओल्ड एज होम बनाऊंगी, उनसे एक रुपया नहीं लूंगी।”
“अच्छे पिता हैं, पर अच्छे पति नहीं”
अपने कई इंटरव्यू में सुनीता ने कहा है — “गोविंदा एक अच्छे पिता और बेटे हैं, लेकिन अच्छे पति नहीं। अगले जन्म में मैं नहीं चाहूंगी कि वो मेरे पति बनें।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गोविंदा ने अपने बच्चों के करियर में कोई मदद नहीं की। “टीना और यशवर्धन बिना उनके किसी सहयोग के अपनी राह बना रहे हैं। दूसरे स्टार्स अपने बच्चों को लॉन्च करते हैं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।”
एक फिल्मी प्रेम कहानी
1987 में शादी के बंधन में बंधे गोविंदा और सुनीता की प्रेम कहानी भी किसी फिल्म से कम नहीं थी। शादी के बाद लंबे समय तक दोनों ने अपना रिश्ता छुपाकर रखा, क्योंकि उस दौर में एक “हीरो” की शादी उसके करियर के लिए खतरा मानी जाती थी।
सुनीता याद करती हैं — “एक साल तक मैं घर में बंद रही। जब तक टीना और यश नहीं हुए, तब तक शादी का खुलासा नहीं किया। वो भी एक कुर्बानी थी ताकि उनका करियर बने।”


