अंधविश्वास बना खून का रिश्ता तोड़ने की वजह — बेटे ने मां को मौत के घाट उतारा
मध्य प्रदेश के शहडोल जिले से इंसानियत को झकझोर देने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक बेटे ने अंधविश्वास के चलते अपनी ही मां की कुल्हाड़ी और डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। आरोपी ने अपराध छिपाने के लिए मां के शव को खेत में दफना दिया। इस काम में उसका चाचा का बेटा और कुछ परिजन भी शामिल थे।
झिकबिजुरी क्षेत्र का मामला
घटना शहडोल जिले के झिकबिजुरी चौकी क्षेत्र के ग्राम कुटेला की है। यहां 25 वर्षीय सत्येंद्र सिंह को यह भ्रम था कि उसकी मां प्रेमबाई जादू-टोना करती है और परिवार की परेशानियों की जड़ वही है। इसी वहम में उसने अपने चचेरे भाई ओमप्रकाश के साथ मिलकर मां पर हमला कर दिया।
पहले कुल्हाड़ी से वार किए गए, फिर डंडों से पीटा गया। जब मां तड़पने लगी तो आरोपी ने गला घोंटकर हत्या पूरी की और शव को खेत में दफना दिया।

परिवार ने भी छिपाने की कोशिश की
हत्या के बाद सत्येंद्र ने परिवार के गुलाब सिंह, अमन सिंह और अमोद सिंह की मदद से शव को मिट्टी में छिपाने की कोशिश की। लेकिन कुछ ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने खेत की खुदाई कर शव बरामद किया। गांव में इस घटना से दहशत और आक्रोश दोनों है।
पुलिस जांच में उजागर हुई हैरान करने वाली सच्चाई
जांच में सामने आया कि सत्येंद्र को शक था कि उसकी मां ने चाचा की मौत और बच्चों की बीमारी के पीछे जादू-टोना किया है। इस अंधविश्वास ने उसे इतना अंधा कर दिया कि उसने मां की दया की पुकार भी अनसुनी कर दी।
दो दिन पहले भी दोहराई गई थी ऐसी त्रासदी
यह शहडोल में दो दिन में दूसरी ऐसी घटना है। इससे पहले ब्यौहारी क्षेत्र के बरकछ गांव में भी एक बेटे ने अपनी मां की हत्या कर दी थी। लगातार हो रही ऐसी घटनाएं बताती हैं कि इलाके में अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र की जड़ें अब भी गहरी हैं।
पुलिस की कार्रवाई
डीएसपी राघवेंद्र द्विवेदी ने बताया कि आरोपी ने साक्ष्य मिटाने के लिए शव दफनाया था। पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या का मामला दर्ज किया है।


