उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में एक युवती की गला रेतकर हत्या किए जाने की सनसनीखेज वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में सलीम कबाड़ी को गिरफ्तार किया है, जो गांव में कबाड़ बटोरने के लिए आता था।
कैसे खुला केस?
1 दिसंबर को बल्लीपुरा गंगा नहर के पास एक अज्ञात युवती का शव बरामद हुआ था। शव काफी हद तक सड़-गल चुका था, जिसके कारण पहचान करना मुश्किल हो रहा था। बाद में जांच में पाया गया कि यह शव 23 वर्षीय क्षमा शर्मा का है, जो 27 नवंबर से घर से लापता थी। बुधवार को शव की पहचान होने के बाद देर रात उसे परिवार को सौंपा गया।
क्या हुआ था घटना वाले दिन?
घटना चोला थाना क्षेत्र के नैथला हसनपुर गांव की है। आरोपी सलीम कबाड़ी का काम करता था और अक्सर गांव में आता-जाता था। डीसीपी भास्कर मिश्रा के मुताबिक सलीम और क्षमा एक-दूसरे को जानते थे। किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हुआ और 27 नवंबर को सलीम ने क्षमा की गला काटकर हत्या कर शव नहर के पास फेंक दिया।
पुलिस मुठभेड़ में पकड़ा गया आरोपी
हत्या के खुलासे के बाद सलीम की निशानदेही पर पुलिस हथियार बरामद करने गई थी। इसी दौरान आरोपी ने पुलिस टीम पर गोली चला दी, जिससे कांस्टेबल अंकुर जख्मी हो गए। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली सलीम के पैर में लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से एक अवैध तमंचा, कारतूस और चाकू भी बरामद किया गया। इस केस में एक दारोगा की लापरवाही सामने आने पर उस पर भी कार्रवाई की गई है।
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल, न्याय की मांग
मृतका के पिता दिनेश बेटी की मौत से बेसहारा हो गए हैं। मां की हालत इतनी खराब है कि वह बोलने की स्थिति में भी नहीं हैं। परिवार का आरोप है कि अगर पुलिस समय रहते सक्रिय होती तो शायद क्षमा की जान बचाई जा सकती थी। पिता ने मांग की है कि आरोपी को उसकी करतूत के अनुसार कठोर सजा मिलनी चाहिए।
भाई ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए
क्षमा के भाई राम बाबू ने बताया कि 27 नवंबर को बहन लापता हुई थी और उसी दिन शिकायत दर्ज हो गई थी, लेकिन पुलिस ने आठ दिन बाद शव सौंपा। उनका आरोप है कि एसआई असलन ने आरोपी सलीम को पहले पकड़ा था, लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया।
कुछ स्थानीय लोगों ने भी कहा कि हालात ऐसे होते जा रहे हैं कि लड़कियों को एक बार फिर सुरक्षा के लिए घूंघट के पीछे रहना पड़ेगा।
पुलिस का पक्ष
पुलिस का कहना है कि शव पूरी तरह डिकंपोज हो चुका था, इसलिए पहचान में देरी हुई। आरोपी पकड़े जाने के बाद जब उसने हत्या स्वीकार की तो घटनास्थल और शव को आपस में जोड़कर परिवार से संपर्क किया गया।



