हादसे की आड़ में रची गई हत्या, बीमा क्लेम कांड का भंडाफोड़
संभल जिले के बहजोई से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां बीमा की भारी रकम हड़पने के लालच में एक पिता ने ही अपने बेटे की सुपारी देकर हत्या करवा दी। कुंदरकी क्षेत्र में मिले युवक के शव को हादसा दिखाने की साजिश रची गई थी, लेकिन पुलिस जांच में पूरा खेल उजागर हो गया। एसपी देहात कुंवर आकाश सिंह ने बताया कि 16 नवंबर की रात कुंदरकी थाना क्षेत्र के जैतपुर गांव स्थित खेत में अनिकेत शर्मा का शव बरामद हुआ था। अनिकेत मूल रूप से बहजोई कस्बे की दुर्गा कॉलोनी का निवासी था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हत्या पाए जाने के बावजूद आरोपी पिता इसे दुर्घटना साबित करने में जुटा रहा। जांच में पता चला कि अनिकेत के नाम करीब 2.10 करोड़ रुपये का दुर्घटना बीमा कराया गया था। पुलिस को शक होने पर जब पिता बाबूराम शर्मा से सख्ती से पूछताछ की गई तो पूरा षड्यंत्र सामने आ गया।
बैंक खाता खुलवाकर रची गई चाल
आरोपी बाबूराम ने खुलासा किया कि बेटे की शराबखोरी और झगड़ों से परेशान होकर उसने अमरोहा के अधिवक्ता आदेश कुमार से संपर्क किया। आदेश कुमार ने जनवरी 2024 में अनिकेत का एचडीएफसी बैंक में खाता खुलवाया और फिर अलग-अलग कंपनियों से उसकी बीमा पॉलिसी कराई। हालांकि बाबूराम को सिर्फ 25 लाख की पॉलिसी की जानकारी दी गई, जबकि असल में बीमा कवरेज 2 करोड़ से ज्यादा का था। मार्च में बाबूराम डकैती के एक मुकदमे में जेल चला गया, तब अधिवक्ता ने खुद ही बीमा की किस्तें जमा करता रहा। जब बाबूराम जमानत पर बाहर आया तो आदेश कुमार ने हत्या की साजिश तैयार की और रकम बांटने का लालच देकर पिता को भी शामिल कर लिया।
ढाई से तीन लाख की सुपारी देकर हुई हत्या
बाबूराम ने अधिवक्ता के कहने पर रामपुर जिले के शाहबाद निवासी असलम उर्फ सुल्तान को करीब साढ़े तीन लाख रुपये में सुपारी दी। असलम ने अपने साथियों तहब्बुर मैवाती और साजिद के साथ मिलकर अनिकेत पर लोहे की रॉड से हमला कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को कुंदरकी क्षेत्र में फेंक कर घटना को सड़क हादसा बनाकर पेश किया गया।
चार आरोपी गिरफ्तार, दो फरार
पुलिस ने बाबूराम शर्मा, असलम उर्फ सुल्तान, साजिद और तहब्बुर मैवाती को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया। साजिश के मुख्य सूत्रधार अधिवक्ता आदेश कुमार और एक अन्य आरोपी विजयपाल सिंह फिलहाल फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
संभल बीमा हत्या गिरोह: अब तक चार मर्डर का खुलासा
इस घटना का कनेक्शन संभल में सक्रिय उस बड़े गिरोह से जुड़ गया है, जो बीमा क्लेम पाने के लिए हत्याएं कर चुका है। पुलिस के मुताबिक गिरोह अब तक चार हत्याएं कर चुका है और अलग-अलग कंपनियों से 100 करोड़ रुपये से अधिक का क्लेम हासिल कर चुका है। इन मामलों की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी कर रही है। लखनऊ में अलग से केस दर्ज किया गया है।
गिरोह का तरीका
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के अनुसार, गिरोह ऐसे लोगों को निशाना बनाता था जिनके परिवार कमजोर या न के बराबर थे।
- पहले उनके नाम पर कई कंपनियों में बीमा पॉलिसी कराई जाती थीं
- प्रीमियम खुद भरा जाता था
- कुछ समय बाद हत्या कर मामले को हादसा दिखाया जाता था
- फर्जी दस्तावेजों के जरिए क्लेम पास कराया जाता था
इस पूरे नेटवर्क में बैंक कर्मचारी, पंचायत सचिव, आशा वर्कर, जनसेवा संचालक, बीमा कंपनी के जांच अधिकारी तक शामिल रहे हैं।
अन्य खुलासे
- बदायूं: दरियाब की हत्या को हादसा दिखाकर 50 लाख का क्लेम हड़पा गया
- इस्लामनगर: दिव्यांग संजय की हत्या उसके छोटे भाई ने कराई — 95 लाख का क्लेम
- दिल्ली: अमन की हत्या रिश्तेदार ने कराई — 2.70 करोड़ की पॉलिसियां
- अमरोहा: सलीम की हत्या — कोई वारिस नहीं था
68 आरोपी जेल में
17 जनवरी को गिरोह के सरगना ओंकारेश्वर मिश्र और अमित को गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ। अब तक 68 आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है और सभी पर चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। सभी आरोपियों की संपत्तियों की कुर्की की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।


