गुजरात के नर्मदा ज़िले में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा उत्साह और स्वागत के माहौल में सम्पन्न हुआ। प्रधानमंत्री ने यहाँ एक भव्य रोड शो किया, जिसमें लोगों ने बड़े उत्साह के साथ उनका अभिनंदन किया। नर्मदा पहुँचने पर उन्होंने देवमोगरा मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश और देश की सुख-समृद्धि की कामना की।

इससे पहले प्रधानमंत्री सूरत में निर्माणाधीन बुलेट ट्रेन स्टेशन का निरीक्षण कर मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर की प्रगति की समीक्षा कर चुके थे। यह परियोजना भारत की सबसे बड़ी और महत्वाकांक्षी बुनियादी ढाँचागत पहलों में से है, जिसे देश में तेज़ रफ्तार रेल यात्रा के नए दौर की शुरुआत माना जा रहा है।
देशभर में जारी जनजातीय गौरव वर्ष के तहत केंद्र सरकार विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से आदिवासी नायकों के योगदान को सम्मान दे रही है। इसी क्रम में 15 नवंबर को नर्मदा ज़िले में राष्ट्रीय स्तर पर जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया, जो धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को समर्पित था।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर बिरसा मुंडा को स्मरण करते हुए कहा कि विदेशी शासन के अत्याचारों के खिलाफ उनका संघर्ष और बलिदान स्वतंत्रता आंदोलन के स्वर्णिम अध्यायों में सदैव जीवित रहेगा और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। उन्होंने झारखंड स्थापना दिवस पर भी राज्यवासियों को शुभकामनाएँ देते हुए झारखंड को आदिवासी संस्कृति की समृद्ध धरोहर बताया।
‘एक्स’ पर साझा संदेश में प्रधानमंत्री ने लिखा कि जनजातीय गौरव दिवस देश के महान स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा के अनुपम योगदान को नमन करने का अवसर है। उनकी वीरता, त्याग और मातृभूमि के प्रति समर्पण का भाव हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वीरता और स्वाभिमान की कहानियों से भरी झारखंड की धरती आज भी देश की सांस्कृतिक विविधता का गौरव बढ़ाती है। उन्होंने राज्य की प्रगति और खुशहाली की कामना करते हुए सभी नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएँ दीं।


