आगरा के डौकी थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहाँ प्रेम संबंध में बाधा बनने पर पत्नी ने अपने प्रेमी और उसके दोस्त के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। हत्या के बाद तीनों आरोपियों ने शव को रजाई में लपेटकर एक कुएं में फेंक दिया। अपर सत्र न्यायाधीश-8 संजय के. लाल की अदालत ने सुनवाई पूरी होने के बाद तीनों आरोपियों — मृतक की पत्नी, पीपरा गांव निवासी सुनील कुमार और धर्मवीर — को दोषी करार दिया। अदालत ने तीनों को आजीवन कारावास और एक-एक लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई।

ऐसे खुला हत्या का राज
मृतक के मामा ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि वह 13 फरवरी 2019 की रात अपने भांजे से मिलने गए थे। अगले दिन दोबारा पहुंचे तो भांजे की पत्नी बेहद घबराई हुई दिखी। पूछने पर उसने कहा कि उसका पति काम से बाहर गया है। लेकिन जब शाम तक वह घर नहीं लौटा और फोन भी बंद मिला, तो शक गहराने लगा। परिजनों ने खोजबीन की तो घर के पास ही एक कुएं में रजाई से ढका शव मिला। रजाई हटाने पर गले में रस्सी और शरीर पर चोटों के निशान दिखे।
पत्नी के अवैध संबंध पर हुआ था विवाद
मृतक के परिजनों ने बताया कि उसने कुछ समय पहले पत्नी के प्रेम संबंधों के बारे में जानकारी दी थी और कहा था कि विरोध करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही है। पुलिस ने जांच के बाद 16 फरवरी 2019 को केस दर्ज किया और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
बेटे का बयान बना अहम सबूत
मृतक का बड़ा बेटा, जो उस वक्त 15 साल का था, ने अदालत में बताया कि उसकी मां का सुनील कुमार से प्रेम संबंध था। जब भी पिता घर पर नहीं होते थे, सुनील घर आता और मां के साथ कमरे में रुकता था।
बेटे ने यह भी कहा कि जब भी वह या उसके भाई-बहन विरोध करते, मां उन्हें मारती थी। धर्मवीर को भी कई बार घर के पास देखा गया था।
अदालत का फैसला
अदालत ने सभी गवाहों और साक्ष्यों के आधार पर माना कि तीनों ने मिलकर योजनाबद्ध तरीके से हत्या की थी। इसलिए उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।


