“गोवा क्लब त्रासदी: हादसे में उजागर हुआ नियमों की अनदेखी का सच”
उत्तर गोवा के अर्पोरा इलाके में स्थित नाइट क्लब ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ में लगी भीषण आग के बाद राज्य सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए क्लब संचालकों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। इस भयावह हादसे में 25 लोगों की जान चली गई, जिनमें अधिकांश क्लब के कर्मचारी थे। हादसे के बाद प्रशासन ने न सिर्फ इस क्लब को सील किया, बल्कि रोमियो लेन श्रृंखला से जुड़े वैगेटर और असागाओ स्थित दो अन्य क्लबों तथा एक बीच ढाबे को भी बंद करा दिया गया है।

4 अधिकारी गिरफ्तार, कोर्ट ने 6 दिन की पुलिस रिमांड दी
पुलिस ने मामले में क्लब प्रबंधन से जुड़े चार लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें—
- मुख्य महाप्रबंधक राजीव मोदक
- महाप्रबंधक विवेक सिंह
- बार मैनेजर राजीव सिंघानिया
- गेट मैनेजर प्रियांशु ठाकुर
शामिल हैं। चारों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से छह दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
दिल्ली में प्रमोटरों की तलाश, FIR दर्ज
क्लब के प्रमोटर्स सौरभ लुथरा और गौरव लुथरा पर एफआईआर दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने पुष्टि की है कि इनकी गिरफ्तारी के लिए राज्य पुलिस की एक विशेष टीम दिल्ली रवाना हुई है।
आतिशबाजी से लगी आग, दमकल NOC भी नहीं
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि घटना की जड़ में क्लब के अंदर की गई आतिशबाजी है। बताया गया है कि क्लब के पास फायर डिपार्टमेंट की एनओसी तक नहीं थी और सुरक्षा नियमों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा था। आग लगने के बाद नेरत गलियों, छोटे दरवाजों और अवरुद्ध रास्तों की वजह से लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। अधिकतर पीड़ित ग्राउंड फ्लोर और किचन में फंस गए, जहां दम घुटने से उनकी जान चली गई।
मृतकों में कर्मचारी और पर्यटक शामिल
हादसे में मारे गए 25 लोगों में—
20 क्लब कर्मचारी 5 पर्यटक शामिल हैं। पर्यटकों में चार दिल्ली के थे, जबकि मृत कर्मचारियों की पहचान उत्तराखंड, झारखंड, असम, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और नेपाल से हुई है। चार शव नेपाली नागरिकों के हैं।
सरकार का मुआवजा
सरकार ने पीड़ित परिवारों को सहायता राशि देने की घोषणा की है—
- मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख
- घायल व्यक्तियों को ₹50,000
यह राशि एसडीएमए फंड से दी जाएगी। शवों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाने की व्यवस्था भी सरकार करेगी।
जांच समिति गठित, रिपोर्ट एक सप्ताह में
दक्षिण गोवा कलेक्टर, दमकल विभाग के उप-निदेशक और फॉरेंसिक विभाग प्रमुख की एक संयुक्त जांच समिति बनाई गई है, जिसे 7 दिन में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
तीन वरिष्ठ अधिकारी निलंबित
सरकार ने 2023 में क्लब के संचालन की अनुमति देने में लापरवाही बरतने के आरोप में तीन अधिकारियों को निलंबित किया है—
- तत्कालीन पंचायत निदेशक सिद्धि तुषार हरलकर
- जीएसपीसीबी सदस्य सचिव डॉ. शमीला मोंटेइरो
- पंचायत सचिव रघुवीर बगकर
चश्मदीदों के खुलासे
घटना के वक्त मौजूद पर्यटकों ने बताया कि डांस फ्लोर पर जब कलाकार प्रस्तुति दे रहे थे, तभी पटाखों से चिंगारी उठी। कुछ ही सेकंड में आग फैल गई और अफरा-तफरी मच गई। भगदड़ में कई लोग किचन की ओर भागे जहां वे बाहर निकल नहीं सके।
राजनीतिक घमासान तेज
हादसे को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे “प्रशासनिक विफलता” बताया है और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की।
आम आदमी पार्टी ने कहा कि सरकार अपना नैतिक अधिकार खो चुकी है।
आगे क्या?
भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सरकार ने—
- राज्यभर के सभी नाइट क्लबों का सुरक्षा ऑडिट
- भीड़भाड़ वाले स्थलों की अनिवार्य जांच कराने के आदेश दिए हैं।


