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दिल्ली कार विस्फोट की जांच तेज़, एनआईए ने बनाया विशेष जांच दल

लाल किला विस्फोट कनेक्शन: एनआईए ने गठित की हाई-लेवल टीम, आतंकी साजिश की पड़ताल जारी

दिल्ली में हाल ही में हुए कार विस्फोट की गुत्थी सुलझाने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक विशेष और व्यापक जांच दल का गठन किया है। सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच से यह संकेत मिला है कि यह धमाका जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकी मॉड्यूल द्वारा रचा गया षड्यंत्र था। एनआईए की यह टीम पुलिस अधीक्षक और उससे वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में कार्य करेगी ताकि जांच प्रक्रिया समन्वित और गहन हो सके।

यह कदम गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा मामले को आतंकवाद से जुड़ा मानते हुए औपचारिक रूप से एनआईए को सौंपे जाने के एक दिन बाद उठाया गया है। मामले की जिम्मेदारी संभालने के तुरंत बाद एजेंसी ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, जिसका उद्देश्य इस विस्फोट के पीछे शामिल लोगों और उनके नेटवर्क का पर्दाफाश करना है।

सूत्रों ने बताया कि एनआईए इस मामले में अन्य केंद्रीय और राज्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ भी समन्वय कर रही है। जांच का दायरा इस बात तक फैला हुआ है कि क्या यह विस्फोट जानबूझकर किया गया था या किसी दुर्घटना का परिणाम था।

हालांकि अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि यह घटना उसी नेटवर्क से जुड़ी है, जिसमें पहले फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी। एजेंसियों ने यह भी खुलासा किया है कि लाल किले के पास हुआ यह धमाका जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में नौगाम क्षेत्र में मिले आपत्तिजनक पोस्टरों से जुड़े घटनाक्रम की कड़ी का हिस्सा है। इस संबंध में 19 अक्टूबर 2025 को एफआईआर दर्ज की गई थी।

इससे पहले, दिल्ली विस्फोट से जुड़े मामले में डॉ. मुजम्मिल की गिरफ्तारी की गई थी, जिन्होंने जनवरी में लाल किला क्षेत्र में कई बार रेकी (निगरानी) की थी।

एनआईए अब मौलवी इरफान अहमद वाघय (शोपियां से गिरफ्तार) और ज़मीर अहमद (वाकुरा, गंदेरबल से गिरफ्तार) की भूमिका की जांच कर रही है। ये गिरफ्तारियाँ 20 से 27 अक्टूबर 2025 के बीच की गई थीं। इसके अलावा, डॉ. अदील, जिन्हें 5 नवंबर को सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) से पकड़ा गया था, की भूमिका भी जांच के दायरे में है। उनकी गिरफ्तारी के बाद अनंतनाग अस्पताल से एके-56 राइफल और अन्य हथियार बरामद किए गए थे।

जांच में 8 नवंबर 2025 को अल-फलाह मेडिकल कॉलेज से अतिरिक्त हथियार, पिस्तौल और विस्फोटक सामग्री भी जब्त की गई, जिससे आतंक नेटवर्क के फैलाव की पुष्टि होती है।

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