मथुरा के होली गेट क्षेत्र में रविवार रात एक शादी उस समय विवाद में बदल गई जब सूरत से आई दुल्हन ने सात फेरे लेने के कुछ ही घंटे बाद रिश्ता तोड़ दिया। कारण था — दुल्हन के लिए जेवर न लाना।
क्या हुआ था मामला
जानकारी के मुताबिक, दुल्हन पक्ष पिछले चार दिनों से मथुरा के एक होटल में ठहरा हुआ था। सूरत निवासी परिवार अपनी बेटी की शादी कानपुर के युवक से करने आया था। शादी की सभी रस्में पूरी हो चुकी थीं, लेकिन जब दुल्हन के लिए लाई गई “डोली की पोटली” खोली गई, तो उसमें जेवर गायब पाए गए। दुल्हन पक्ष ने जब दूल्हे की मां से इस बारे में पूछा, तो उन्होंने साफ कह दिया कि “जेवरों को लेकर कोई बात ही नहीं हुई थी।” बस यहीं से विवाद शुरू हो गया।

झूठी जानकारी का आरोप
दुल्हन के परिवार का आरोप है कि दूल्हे पक्ष ने शादी तय करते समय अपनी आर्थिक स्थिति और घर-परिवार के बारे में गलत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दूल्हे ने खुद को मथुरा का स्थायी निवासी बताया था, जबकि हकीकत में वह किराए के मकान में रहता है। इसके अलावा, उसने अच्छी नौकरी होने का दावा किया था, पर असल में वह एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है।
बढ़ा विवाद, हुई पिटाई
आरोपों के बाद मामला इतना बढ़ा कि दुल्हन पक्ष ने दूल्हे की जमकर पिटाई कर दी। कपड़े तक फाड़ दिए गए। रातभर हंगामा चलता रहा और दूल्हे को होटल में ही बंधक बना लिया गया। आखिरकार, दूल्हे के दो बहनोई ने किसी तरह दो लाख रुपये का इंतजाम किया, जिसके बाद दुल्हन पक्ष ने दूल्हे को छोड़ा। इसके बाद भी गुस्साए परिजनों ने दोबारा मारपीट की।
दूल्हे का पक्ष
दूल्हे ने बताया कि शादी से पहले उसकी दुल्हन से फोन पर कई बार बातचीत हुई थी, और उसने पहले ही बताया था कि वह किराये के मकान में अपनी मां और भाई के साथ रहता है।शादी भले ही होली गेट के होटल में हुई हो, लेकिन रातभर के इस हंगामे ने पूरे इलाके को चर्चा में ला दिया। आखिर में, दो लाख रुपये में समझौता हुआ और बरात बिना दुल्हन के लौट गई।


