- बरेली में रोंगटे खड़े करने वाली वारदात, पत्नी ने प्रेमी संग पति का गला घोंटने की रची थी चाल
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के सुभाषनगर क्षेत्र में सेवानिवृत्त नेत्र रोग विशेषज्ञ की हत्या की कोशिश के मामले में पुलिस को कई ठोस प्रमाण मिले हैं। इसके बावजूद, घटना के चार दिन बाद भी आरोपी पत्नी और उसके बिजली मिस्त्री प्रेमी का कोई पता नहीं चल सका है। डॉक्टर के परिवार का आरोप है कि पुलिस मामले में जानबूझकर नरमी बरत रही है।

ऐसे बनी हत्या की साजिश
28 अक्तूबर की रात हुई इस सनसनीखेज वारदात में डॉक्टर की 57 वर्षीय पत्नी ने अपने 45 साल के प्रेमी सौरभ सक्सेना (पेशे से बिजली मिस्त्री) के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। योजना के मुताबिक दोनों ने डॉक्टर को नशे में बेहोश कर फंदा डालने की कोशिश की, लेकिन नशे की हालत में सौरभ खुद ही कुर्सी से गिर गया। इसी दौरान पत्नी बाथरूम में चली गई और डॉक्टर किसी तरह घर से भाग निकले।
सीसीटीवी बंद, लेकिन पड़ोसी के कैमरे में खुला राज
आरोपियों ने चालाकी दिखाते हुए घर के सभी सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए थे। हालांकि पड़ोसी के कैमरे में सौरभ का घर में आना-जाना और डॉक्टर का रस्सी व टेप से बंधे हालत में भागकर मदद मांगना रिकॉर्ड हो गया।
वारदात में इस्तेमाल सामान बरामद
पुलिस ने घटनास्थल से रस्सी, टेप, और वह चाकू बरामद किया है, जिसे डॉक्टर के सीने पर रखकर कागजों पर जबरन दस्तखत कराए जा रहे थे।
बेटी के घर छिपी थी पत्नी, अब फिर लापता
घटना के बाद आरोपी पत्नी अपनी बेटी के घर छिप गई थी। जब बेटी को सच्चाई पता चली, तो उसने मां को घर से निकाल दिया। इसके बाद से वह कहां गई, इसका अब तक कोई पता नहीं है। पुलिस ने भी इस दिशा में गंभीरता नहीं दिखाई।
पहले भी दी थी शिकायत, लेकिन कार्रवाई टल गई
डॉक्टर ने बताया कि सौरभ करीब चार साल से घर पर काम करने के बहाने आता-जाता था और पत्नी के संपर्क में था।
डेढ़ साल पहले उसने पैसों और गहनों की मांग न पूरी होने पर डॉक्टर के बेटे की हत्या की धमकी दी थी। तब डॉक्टर परिवार सहित एसएसपी ऑफिस पहुंचे, मगर स्थानीय पुलिस ने फोन रिकॉर्डिंग के आधार पर शिकायत दर्ज कराने से उन्हें हतोत्साहित किया।
डर के चलते परिवार पीछे हट गया, और यही ढील अपराधियों का हौसला बढ़ाने का कारण बनी।


