लिव-इन रिलेशन बना मौत का कारण, प्रेमिका ने इंजीनियर को उतारा मौत के घाट
मकान हड़पने की आशंका में हत्या? पिता ने लगाया साजिश का आरोप

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही महिला ने अपने इंजीनियर साथी की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी महिला अपनी दो नाबालिग बेटियों के साथ कई घंटों तक शव के पास मौजूद रही और फिर सुबह स्वयं पुलिस को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही बीबीडी थाना पुलिस मौके पर पहुंची, शव को कब्जे में लिया और आरोपी महिला को मौके से गिरफ्तार कर लिया। मृतक के परिजनों की शिकायत पर महिला के साथ उसकी दोनों बेटियों पर भी हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
चार साल से साथ रह रहे थे प्रेमी युगल
जानकीपुरम सेक्टर-एच निवासी 32 वर्षीय सूर्य प्रताप सिंह एवेरेडी कंपनी में एग्जिक्यूटिव इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे। पुलिस के अनुसार, वह पिछले करीब चार वर्षों से 46 वर्षीय रत्ना नामक महिला के साथ सलारगंज स्थित शिवम ग्रीन सिटी कॉलोनी में किराए के एक मकान में रह रहे थे। रत्ना हरदोई की रहने वाली है और उसकी दो बेटियां—17 वर्ष और 15 वर्ष की—भी उसी मकान में रहती थीं।

झगड़े के बाद हुआ खौफनाक हमला
रविवार देर रात सूर्य और रत्ना के बीच किसी बात को लेकर तीखी बहस हुई थी। पुलिस जांच में बताया गया है कि सोमवार तड़के करीब पांच बजे आरोपी महिला ने घर में रखे चाकू से सूर्य प्रताप का गला काट दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना के समय घर में दोनों बेटियां भी मौजूद थीं।
हत्या के बाद कई घंटे तक घर में रहीं तीनों
हत्या के बाद ना तो रत्ना ने भागने की कोशिश की, और ना ही आसपास किसी को सूचना दी। वह दोनों बेटियों के साथ करीब साढ़े चार से पांच घंटे तक शव के पास ही रही। सुबह करीब 9:45 बजे उसने खुद पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर स्वीकार किया कि उसी ने सूर्य की हत्या की है।

पुलिस के सामने कबूलनामा
बीबीडी थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी से पूछताछ की, जहां उसने साफ शब्दों में हत्या की बात स्वीकार कर ली। महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि बेटियों की भूमिका को जांच के दायरे में रखा गया है।
पिता ने लगाया साजिश का आरोप
मृतक के पिता नरेंद्र सिंह, जो मूल रूप से देवरिया जिले के निवासी हैं, ने आरोप लगाया है कि रत्ना ने उनके बेटे के मकान पर कब्जा करने के इरादे से अपनी बेटियों के साथ मिलकर इस साजिश को अंजाम दिया। पुलिस ने पिता की तहरीर पर महिला के साथ उसकी दोनों बेटियों को नामजद कर प्राथमिकी दर्ज की है।
गांव में पसरा मातम
घटना की खबर मृतक के पैतृक गांव परसिया भीखम पहुंचते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। परिवार में कोहराम मच गया। ग्रामीणों का कहना है कि सूर्यप्रताप पढ़ाई में तेज थे और बीटेक के बाद निजी कंपनी में नौकरी कर रहे थे। करीब तीन साल पहले ट्यूशन पढ़ाने के सिलसिले में रत्ना के संपर्क में आए सूर्य बाद में उसी के साथ रहने लगे थे।


