चेन लूटने में नाकाम नौकर ने वृद्धा की हत्या की, आगरा में सनसनी

आगरा के डौकी थाने के अंतर्गत गांव कुंडैल में शुक्रवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई। जसवंतनगर सीएचसी के अधीक्षक डॉ. वीरेंद्र सिंह की मां राजन देवी (60) की निर्मम हत्या कर दी गई। परिवार ने इस हत्या का आरोप उनके पुराने नौकर छोटू खान पर लगाया है।
परिवार के अनुसार, राजन देवी रोज की तरह पशुओं के बाड़े में उपले लगाने गई थीं। इसी दौरान नौकर छोटू ने उनके गले से सोने की चेन छीनने की कोशिश की। विरोध करने पर उसने फावड़े से उन पर कई वार कर दिए। वारदात के बाद उसने बाड़े का दरवाज़ा अंदर से बंद कर दीवार फांदकर बाहर निकलने की कोशिश की।
कुछ समय बाद जब उनका बेटा राजेंद्र सिंह वापस आया, तो छोटू के हाथों पर खून और गोबर नजर आया और वह घबराया हुआ खड़ा था। पूछताछ में उसने बताया कि “किसी ने” उसकी मां को मार दिया है। संदेह होने पर जब राजेंद्र अंदर गया, तो मां खून से लथपथ जमीन पर पड़ी मिलीं और मौके पर ही उनकी मृत्यु हो चुकी थी।
पुलिस ने छोटू को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपराध कबूल कर लिया। उसके कमरे से शराब की खाली बोतल मिली, और दीवार पर उसके गोबर सने पैरों के निशान भी बरामद हुए। फावड़े पर खून और बाल भी पाए गए, जिन्हें फोरेंसिक टीम ने सबूत के तौर पर सील किया।
परिवार ने बताया कि छोटू पिछले 10 वर्षों से उनके यहां काम कर रहा था, लेकिन हाल ही में उसके नशे और चोरी की आदतों के कारण उसे हटाने की बात चल रही थी। इसी रंजिश के कारण वह नाराज था। 10 दिन पहले उसे घर न आने को कहा गया था, लेकिन वह अचानक शुक्रवार को पहुंच गया।
हत्या के बाद गांव में हालात तनावपूर्ण हो गए क्योंकि आरोपी दूसरे समुदाय का है। मस्जिद के पास भीड़ जमा होते देख पुलिस ने फतेहाबाद और बमरौली कटारा से अतिरिक्त फोर्स बुला ली। मौलवी मोहम्मद मुसर्रफ को भी बातचीत के लिए थाने लाया गया।
पुलिस अधिकारी डीसीपी पूर्वी ज़ोन अभिषेक अग्रवाल के अनुसार, मामला दर्ज कर लिया गया है और चेन लूट के प्रयास सहित सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। आरोपी नशे में था और होश में आने के बाद उसने अपराध स्वीकार किया है।


