यूक्रेन की राजधानी कीव में शुक्रवार तड़के रूसी सेना ने बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमला किया, जिससे शहर का अधिकांश हिस्सा धमाकों की आवाज़ से दहल उठा। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, हमले में 430 ड्रोन और 18 मिसाइलें दागी गईं, जिनमें से कई ने आवासीय इलाकों को निशाना बनाया। इस भीषण हमले में 6 लोगों की मौत हो गई और 35 से ज्यादा नागरिक घायल हुए। कई ऊँची इमारतों में भारी नुकसान देखा गया, जहां विस्फोटों से बड़े छेद हो गए और आग तेजी से फैल गई।

गर्भवती महिला भी घायल
अधिकारियों ने पुष्टि की कि घायलों में एक गर्भवती महिला भी शामिल है। राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि यह हमला खास तौर पर नागरिकों को अधिक से अधिक नुकसान पहुँचाने की नीयत से किया गया था। उन्होंने बताया कि हाल के महीनों में रूस ने ऐसे गुलामीकृत हवाई हमलों की तीव्रता बढ़ा दी है, जबकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय संघर्ष को शांत करने में असफल साबित हो रहा है।
मॉस्को का दावा—हमारा निशाना केवल सैन्य ठिकाने
रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उसकी कार्रवाई केवल यूक्रेन की सैन्य-औद्योगिक इकाइयों और ऊर्जा ढांचे पर केंद्रित थी। मॉस्को ने नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने की बात से फिर इनकार किया, जबकि यूक्रेन का कहना है कि लगातार आवासीय इलाकों में नुकसान उसके दावों की पुष्टि करते हैं। यह हमला कीव पर पिछले तीन सप्ताह में सबसे बड़ा माना जा रहा है।
यूक्रेन ने मार गिराईं 14 मिसाइलें
जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेनी वायु रक्षा ने अमेरिकी पैट्रियट सिस्टम की मदद से कई मिसाइलों को रोका और 14 मिसाइलें आसमान में ही नष्ट कर दीं। उन्होंने पश्चिमी देशों से और अधिक उन्नत तकनीकी सहायता की अपील की। बर्लिन में यूरोपीय रक्षा अधिकारियों की बैठक में भी यूक्रेन को समर्थन जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई गई। कीव स्थित अज़रबैजान दूतावास को भी इस्कंदर मिसाइल के टुकड़ों से नुकसान पहुंचा। अज़रबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने इसे “पूरी तरह अस्वीकार्य” करार दिया, क्योंकि उनका देश रूस और मध्य पूर्व के बीच एक महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग है।
ओडेसा और खार्किव भी बने निशाना
हमला केवल कीव तक सीमित नहीं रहा। ओडेसा में एक व्यस्त सड़क पर ड्रोन गिरने से दो लोगों की मौत और 11 घायल हुए, जिनमें एक 19 महीने की बच्ची भी है। खार्किव में भी कई स्थानों पर धमाकों की आवाज़ सुनी गई, जिससे वहाँ के नागरिकों में भय का माहौल है। यूक्रेन में इस हमले को सर्दियों से पहले रूस द्वारा ऊर्जा ढांचे को कमजोर करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है और आने वाले दिनों में हमलों की आशंका बनी रह सकती है।


