नहरों में सीवेज के साथ बह रहा भ्रष्टाचार, किसानों ने मंत्री से की शिकायत

आगरा क्षेत्र की नहरों में खुलेआम सीवेज और रासायनिक अपशिष्ट छोड़े जाने से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। खेतों को सींचने वाला पानी दुर्गंध से भरा है और उससे सिंचाई करने वाले किसान बीमार पड़ रहे हैं। इसी को लेकर किसानों ने बुधवार को सर्किट हाउस में पहुंचकर सिंचाई एवं जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह से मुलाकात कर गंभीर शिकायत दर्ज कराई।
किसानों ने नहरों में सिल्ट सफाई के नाम पर हुए कथित भ्रष्टाचार के वीडियो भी मंत्री को सौंपे। उन्होंने अधिशासी अभियंता और ठेकेदारों पर मिलीभगत का आरोप लगाया और कहा कि सफाई केवल कागजों में दिखाई गई, जबकि जमीनी हकीकत इसके उलट है।
भारतीय किसान संघ के पूर्व प्रदेश मंत्री मोहन सिंह ने मंत्री को बताया कि आगरा टर्मिनल रजवाह में स्थापित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से बिना शोधन किया गया गंदा पानी सीधे नहर में छोड़ा जा रहा है। इससे पूरी नहर कीचड़ और केमिकल से भर गई है। वहीं किसान जीडी चाहर ने दौरेठा और टीकरी माइनर के हालात दर्शाते हुए वीडियो भी दिखाए।
मामले की गंभीरता देखते हुए मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने सिंचाई विभाग के अधीक्षण और अधिशासी अभियंता पर नाराजगी जताई और उन्हें कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने सीवेज और केमिकल नालों को नहरों में गिरने से रोकने के तत्काल निर्देश दिए। साथ ही सिल्ट सफाई कार्यों की जांच कराने और संबंधित दस्तावेज तलब करने का आदेश दिया। लापरवाही मिलने पर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन भी दिया गया।


