आगरा–झांसी रेलवे ट्रैक के पास बसे भांडई गांव में शुक्रवार दोपहर किसानों की पंचायत हुई। इस बैठक में आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) द्वारा टाउनशिप विस्तार के लिए जमीन अधिग्रहण की योजना का ग्रामीणों ने कड़ा विरोध किया। पंचायत में किसानों ने एकमत होकर ऐलान किया कि अब वे किसी भी कीमत पर अपनी जमीन एडीए को नहीं सौंपेंगे।

बैठक की अध्यक्षता किसान नेता रामवीर सिंह बाबा ने की। उन्होंने कहा कि ककुआ क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण के बाद अब प्रशासन की नजर भांडई गांव पर है, लेकिन यहां के किसान अपनी जमीन की रक्षा के लिए पूरी ताकत से खड़े रहेंगे। ग्राम प्रधान जोगेंद्र सिंह ने बताया कि पंचायत में भांडई के अलावा आसपास के गांवों के किसान भी शामिल हुए। सभी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि आने वाले 9 नवंबर (रविवार) को दोपहर 3 बजे गांव में एक विशाल पंचायत आयोजित की जाएगी। इसमें न केवल भांडई बल्कि आस-पास के गांवों के किसान और प्रमुख किसान नेता भी भाग लेंगे।
किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए किसान नेता श्याम सिंह चाहर और ‘सिस्टम तो सुधरेगा’ संगठन के संयोजक नीरज शर्मा भी पंचायत में पहुंचे। दोनों नेताओं ने किसानों के संघर्ष में पूरी तरह साथ देने का भरोसा दिया। इस मौके पर ग्राम प्रधान जोगेंद्र सिंह के साथ जयप्रकाश छौंकर, दीपक कुमार, धर्मेंद्र सिंह, हेमेंद्र कुमार, हरि सिंह, ओमप्रकाश, देवेंद्र सिंह, रविंद्र सिंह, राजकुमार और अनिल कुमार सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे। किसानों ने एक सुर में कहा कि उनकी भूमि उनकी पहचान है — और वे इसे किसी कीमत पर छोड़ने को तैयार नहीं हैं।


