टेक्नोलॉजी की दुनिया में हलचल मचाने वाले एलन मस्क ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स को लेकर एक नई और दिलचस्प संभावना जताई है। उनका कहना है कि आने वाले कुछ ही वर्षों में इंसानों को मजबूरी में काम करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। नौकरी करना एक विकल्प भर रह जाएगा, न कि जीवन की मजबूरी। यह बात मस्क ने भारत के निवेशक और जीरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामत के पॉडकास्ट “People by WTF” में बातचीत के दौरान कही।

10 साल से पहले बदलेगा दुनिया का सिस्टम
एलन मस्क के अनुसार, AI और रोबोट तकनीक की रफ्तार इतनी तेज़ है कि अगले 10 साल से भी कम समय में समाज की पूरी कार्यप्रणाली बदल सकती है। उन्होंने कहा कि भविष्य में नौकरी के लिए किसी खास शहर में जाकर बसने की जरूरत नहीं रहेगी, क्योंकि काम करना अनिवार्य नहीं होगा।
गरीबी का अंत संभव
मस्क का मानना है कि जब उत्पादन का ज़्यादातर बोझ मशीनें संभालेंगी, तो चीज़ें बनाने की लागत बेहद कम हो जाएगी। AI और रोबोट इतनी बड़ी मात्रा में सामान और सेवाएं उपलब्ध करा पाएंगे कि हर इंसान के पास जरूरी से कहीं ज्यादा साधन होंगे। इससे गरीबी समाप्त हो सकती है और पैसे का महत्व भी कम हो जाएगा।
नौकरी बनेगी “शौक”
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे आज लोग जरूरत न होते हुए भी शौक के लिए अपने घर के बगीचे में सब्ज़ियां उगाते हैं, ठीक वैसे ही भविष्य में लोग रुचि और आनंद के लिए काम करेंगे, मजबूरी के लिए नहीं।
अभी मंज़िल दूर है
हालांकि मस्क ने यह भी स्वीकार किया कि इस मुकाम तक पहुंचने में अभी समय लगेगा। समाज और तकनीक दोनों को कई चरणों से गुजरना होगा, लेकिन उन्हें भरोसा है कि दुनिया तेजी से उस दौर की ओर बढ़ रही है जहां मशीनें ज़्यादातर काम करेंगी और इंसान अपने पसंदीदा कामों पर ध्यान दे सकेंगे।


