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इंडिगो संकट पर लगा ब्रेक, DGCA ने साप्ताहिक रेस्ट नियम वापस लिया

फ्लाइट कैंसिलेशन पर सख्त DGCA, इंडिगो को 48 घंटे का अल्टीमेटम

बीते दो दिनों से इंडिगो एयरलाइंस से जुड़ी परेशानियों के बीच यात्रियों को राहत की खबर मिल रही है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने क्रू मेंबर्स की छुट्टियों और साप्ताहिक विश्राम से जुड़ा अपना हालिया आदेश वापस ले लिया है। इस फैसले से अब एयरलाइन ऑपरेशन्स के सामान्य होने की उम्मीद तेज हो गई है। DGCA ने सभी एयरलाइनों को दिए गए उस निर्देश को रद्द कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि साप्ताहिक आराम की जगह छुट्टी नहीं दी जा सकती। लगातार हो रहे ऑपरेशनल व्यवधान और फ्लाइट कैंसिलेशन को देखते हुए कई एयरलाइनों ने इस आदेश के खिलाफ आपत्ति जताई थी। सभी पक्षों से मिले सुझावों के बाद DGCA ने यह निर्णय लिया कि पुराने नियम पर फिलहाल रोक लगा दी जाए।

गृह मंत्रालय तक पहुंची बात

इंडिगो से जुड़े मामलों को लेकर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने गृह मंत्री अमित शाह को पूरे हालात से अवगत कराया। इसके बाद DGCA द्वारा तत्काल प्रभाव से आदेश वापस लेने का फैसला लिया गया। यह निर्णय 20 जनवरी 2025 को जारी DGCA-22011/04/2021-FSD पत्र की समीक्षा के आधार पर किया गया है।

इंडिगो को निर्देश: हालात जल्दी सुधारें

DGCA के सामने इंडिगो ने फ्लाइट रद्द करने से जुड़ी अपनी रिपोर्ट रखी। नियामक संस्था ने साफ कहा है कि एयरलाइन हर हाल में जल्द ऑपरेशन सामान्य करे और यह सुनिश्चित करे कि संकट के चलते टिकट की कीमतों में कोई बढ़ोतरी न हो। इंडिगो ने भरोसा जताया है कि अगले 48 घंटों में उड़ान सेवाओं की स्थिति बेहतर हो जाएगी

CEO पीटर एल्बर्स की सफाई

इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स ने कहा कि कंपनी हर दिन लगभग 3.8 लाख यात्रियों को सेवा देती है और उनका लक्ष्य हमेशा बेहतर अनुभव उपलब्ध कराना होता है। हालांकि बीते कुछ दिनों में वे अपने वादे पर खरे नहीं उतर सके, जिसके लिए उन्होंने सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी है। उन्होंने बताया कि हालिया संकट के पीछे कई कारण रहे — जैसे तकनीकी समस्याएं, फ्लाइट शेड्यूल में बदलाव, खराब मौसम, एयर ट्रैफिक में भारी दबाव और नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट (FDTL) नियम। इन सभी वजहों ने मिलकर ऑपरेशन को प्रभावित किया।

आगे की रणनीति

एल्बर्स ने कहा कि नेटवर्क के बड़े आकार और जटिलताएं हालात को संभालने में चुनौती पैदा करती हैं। फिलहाल कंपनी की पहली प्राथमिकता उड़ानों को सामान्य करना और समय पर सेवा बहाल करना है। उन्होंने माना कि punctuality बहाल करना आसान नहीं, लेकिन टीम पूरी कोशिश में जुटी हुई है।

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