आज यानी 1 नवंबर 2025 से लागू होने वाले कुछ प्रमुख नियमों की जानकारी — क्या बदला है, क्यों बदला, और आम आदमी पर क्या असर पड़ेगा:
1. बैंक खाता / नॉमिनी के नियम
- अब हर बैंक जमा खाता, लॉकर और सुरक्षित रखने योग्य सामान (safe custody) में एक से अधिक नॉमिनी (उत्तरो धारी) चुनने की अनुमति होगी। The Economic Times+2The Times of India+2
- यह बदलाव Banking Laws (Amendment) Act, 2025 अंतर्गत किया गया है, और 1 नवंबर से लागू हुआ है। The Economic Times+1
- असर: यदि आपने खाता खोला है तो नॉमिनी जोड़ना या अपडेट करना अब ज्यादा जरूरी होगा, ताकि बाद में आपके पैसे या लॉकर की सामग्री आसान तरीके से उत्तरो धारी तक पहुँच सके।
- टिप्स:
- अपने बैंक खाते या लॉकर की स्थिति देखें — नॉमिनी तय है या नहीं।
- यदि पहले नॉमिनी नहीं था, तो बैंक से इसे तुरंत जोड़ें।
- उत्तरो धारी बदलना हो तो बैंक से अपडेट प्रक्रिया जानें।

2. Goods and Services Tax (GST) रजिस्ट्रेशन में बदलाव
- सरकार ने नया नियम जारी किया है जिसमें अब GST रजिस्ट्रेशन आवेदन करने वाले व्यक्ति को, यदि आवेदन पूरा और सही है, 3 वर्किंग डे के भीतर पोर्टल द्वारा स्वचालित (ई-मेकेनिज़्म) तरीके से दिए जाने की व्यवस्था हुई है। TaxGuru
- यह नियम Central Goods and Services Tax (Fourth Amendment) Rules, 2025 के अंतर्गत है, जो 1 नवंबर 2025 से लागू हुआ। TaxO+1
- असर: छोटे व नए व्यवसायियों के लिए GST पंजीकरण अब अपेक्षाकृत आसान, तेज और कम नियम बाधित होगा।
टिप्स:
- यदि आप व्यवसायी हैं और GST रजिस्ट्रेशन करवाना है, तो आज से लागू नए नियमों का लाभ उठाएं।
- आवेदन करते समय जानकारी सही-सही भरें — क्योंकि स्वचालित मंजूरी के लिए डेटा विश्लेषण और जोखिम मापदंड (risk parameters) लागू होंगे। TaxGuru+1
- पुराने व्यवसाय जो पहले से पंजीकृत हैं, उन्हें विशेष कार्रवाई की जरूरत नहीं है, लेकिन नए बने व्यवसाय जल्दी पंजीकरण करवाना चाहेंगे।
3. Aadhaar-कार्ड व पहचान-पते संबंधी बदलाव
- कुछ खबरों में बताया गया है कि आधार-कार्ड के अपडेट व पते/पहचान संशोधन की प्रक्रिया आसान बनाने के लिए बदलाव किये गए हैं। Navbharat Times+1
- हालांकि विस्तार से हर राज्य-स्तर का नियम अभी सामने नहीं रखा गया है।
- असर: यदि आपका पता बदल गया है या पहचान में संशोधन करना है, तो अब यह प्रक्रिया थोड़ी सरल हो सकती है — लेकिन शुल्क या अन्य दस्तावेजों की जरूरत भी हो सकती है
- टिप्स:
- अपनी आधार-शाखा या ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर देखें कि पते/पहचान बदलने के लिए क्या नया नियम है।
- यदि आपने बदलाव पहले से नहीं किया है, तो जल्द करें ताकि भविष्य में परेशानी न हो।
- संबंधित दस्तावेज तैयार रखें: नया पता प्रमाण, फोटो, आदि।
4. क्रेडिट कार्ड/वॉलेट लोड व भुगतान शुल्क में बदलाव
- SBI Card ने अपने क्रेडिट कार्ड के लिए कुछ नए शुल्क लागू किये हैं— जैसे कि वॉलेट टॉप-अप (wallet load) और ऐप-आधारित शिक्षा-भुगतान (education payments) पर 1 % शुल्क लागू हुआ है। The Economic Times
- यानी यदि आप क्रेडिट कार्ड से वॉलेट में पैसा डाल रहे हैं या किसी ऐप द्वारा शिक्षा-भुगतान कर रहे हैं, तो 1 नवंबर से अतिरिक्त खर्च होगा।
- असर: दैनिक लेन-देनों पर हल्का खर्च बढ़ सकता है, विशेषकर यदि आप इन प्रकार की ट्रांजैक्शन करते हैं।
टिप्स: - यदि आप इन तरह के ट्रांजैक्शन्स करते हैं — कार्ड से वॉलेट लोड या ऐप द्वारा शिक्षण भुगतान — तो 1 % अतिरिक्त शुल्क का ध्यान रखें।
- ऐसे विकल्प देखें जहाँ कम शुल्क हो या इन भुगतान को सीधे बैंक खाते या अन्य तरीके से करें।
- कार्ड प्लान बदलने या अन्य बैंक/ब्रांड विकल्प देखने का समय हो सकता है।

5. आयात शुल्क व कुछ कृषि व उत्पाद नियम
निष्कर्ष
आज से लागू ये नियम दिखाते हैं कि सरकार लगातार नियमों को आधुनिकीकरण, सरलीकरण और नियंत्रण (compliance) के दृष्टिकोण से अपडेट कर रही है। आम आदमी के लिए इसका मतलब है:
- कुछ प्रक्रियाओं का फायदा मिलेगा (जैसे GST रजिस्ट्रेशन आसान होना)।
- कुछ जगहों पर खर्च बढ़ने की संभावना है (जैसे क्रेडिट कार्ड शुल्क, आयात शुल्क)।
- थोड़ा सक्रिय होना पड़ेगा — अपने बैंक खाते, कार्ड, आधार आदि की जानकारी अपडेट रखना जरूरी होगा।
- दैनिक खर्च-व्यवहार में थोड़ा ध्यान देना पड़ेगा ताकि नए शुल्क या नियमों से अप्रत्याशित परेशानी न हो।


