एक्सप्रेसवे बना मौत का रास्ता, मरम्मत के बीच बड़ा हादसा
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर मंगलवार को बड़ा सड़क हादसा हो गया। फतेहाबाद थाना क्षेत्र में किलोमीटर संख्या 18 के पास तीन कारों की आमने-सामने भिड़ंत में कुशीनगर निवासी दिनेश तिवारी और उनके बेटे निकेत तिवारी की मौके पर मौत हो गई। इस दुर्घटना में कुल पांच लोग घायल हुए, जिन्हें उपचार के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज, आगरा में भर्ती कराया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार निकेत तिवारी अपने पिता दिनेश तिवारी और बहन इशिता के साथ मथुरा से कुशीनगर जा रहे थे। जैसे ही उनकी कार एक्सप्रेसवे के किलोमीटर 18 पर पहुंची, पीछे से तेज रफ्तार में आ रही अनुज कुमार (निवासी कुतुबपुर, सौरिख, कन्नौज) की कार ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि निकेत की कार डिवाइडर से टकरा गई। इसी बीच लखनऊ की ओर से आ रही एक अन्य कार भी अनुज की गाड़ी से टकरा गई। यह कार गुजरात के वडोदरा निवासी गौरंत कलाटी चला रहे थे। हालांकि गौरंत और उनके वाहन में बैठे लोग सुरक्षित बच निकले।
इस हादसे में निकेत, उनके पिता दिनेश, बहन इशिता तथा दूसरी कार सवार अनुज कुमार और उनके मित्र इंद्रेश गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलते ही फतेहाबाद थाना पुलिस और यूपीडा की सुरक्षा टीम मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। सभी घायलों को तुरंत एसएन मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जहां इलाज के दौरान निकेत (19) और उनके पिता दिनेश तिवारी (55) ने दम तोड़ दिया।
परिजनों के अनुसार दिनेश तिवारी होडल और कोसी क्षेत्र के एक निजी कॉलेज के निदेशक थे। हादसे के चलते कुछ समय के लिए एक्सप्रेसवे पर यातायात ठप रहा। बाद में पुलिस ने क्रेन की मदद से क्षतिग्रस्त गाड़ियों को हटाकर मार्ग सुचारू कराया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि एक्सप्रेसवे पर चल रहा मरम्मत कार्य हादसों की बड़ी वजह बनता जा रहा है। सड़क को वन-वे कर दिया गया है और जगह-जगह खाली ड्रम रखे गए हैं, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। लोगों का कहना है कि यदि कोहरा शुरू होने से पहले कार्य पूरा नहीं हुआ तो दुर्घटनाओं की संख्या और बढ़ सकती है।


