एनएचएआई ने शुरू किया 64.9 किमी ग्रीन एक्सप्रेसवे का काम, 66 गांवों को मिलेगा फायदा

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने आगरा–अलीगढ़ ग्रीन एक्सप्रेसवे परियोजना को धरातल पर उतारना शुरू कर दिया है। लगभग 64.9 किमी लंबे इस मार्ग को खंदौली स्थित टोल प्लाजा से एनएच-91 तक जोड़ने की योजना है। एक्सप्रेसवे बन जाने के बाद तीन जिलों के 66 गांव सीधा लाभ उठाएंगे और क्षेत्रीय विकास की रफ्तार भी बढ़ेगी। इसके शुरू होने पर खंदौली से अलीगढ़ की दूरी सिर्फ 45 मिनट और आगरा से लगभग एक घंटे में तय की जा सकेगी। उम्मीद है कि दिसंबर 2027 से इस एक्सप्रेसवे पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी।
परियोजना निदेशक संदीप यादव के अनुसार एक्सप्रेसवे का निर्माण दो चरणों में हो रहा है—पहला चरण 36.9 किमी का है, जिसकी लागत लगभग 820.40 करोड़ रुपये बताई गई है। दूसरा चरण 28 किमी लंबा है और उस पर करीब 716.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे। गाजियाबाद और फरीदाबाद की निर्माण कंपनियाँ इस परियोजना को पूरा कर रही हैं और काम शुरू भी कर दिया गया है। कुल 48 महीनों में परियोजना पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है। एक्सप्रेसवे खंदौली टोल प्लाजा से सीधे एनएच-91 को जोड़ेगा, जिससे आगरा और अलीगढ़ के बीच सफर तेज़ और सुगम हो जाएगा।
गांवों को नई दिशा
ग्रीन एक्सप्रेसवे आगरा, हाथरस और अलीगढ़ जिलों को कवर करेगा। इसमें आगरा के 4, हाथरस के 48 और अलीगढ़ के 14 गांवों को जोड़ा जा रहा है। मार्ग पर 49 फुट ओवरब्रिज, अंडरपास और रेलवे ओवरब्रिज बनाए जाएंगे, ताकि दोनों दिशाओं में आने-जाने में स्थानीय लोगों को कोई असुविधा न हो। इस कनेक्टिविटी से गांवों में आर्थिक और सामाजिक विकास की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।
जाम से राहत और ईंधन की बचत
एक्सप्रेसवे तैयार होने पर तीनों जिलों के बीच आवागमन काफी आसान हो जाएगा। यातायात जाम से छुटकारा मिलने के साथ समय और ईंधन की बचत होगी। एनएचएआई के अनुसार, निर्माण के दौरान हरियाली को सुरक्षित रखने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिससे पर्यावरण पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।


