पंजाब के अमृतसर में पुलिस ने शनिवार को एक अहम ऑपरेशन को अंजाम देते हुए अपराध जगत में सक्रिय 32 वर्षीय बदनाम गैंगस्टर हरजिंदर सिंह उर्फ हैरी को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। जज नगर, मोहकमपुरा निवासी हैरी हाल ही में केंद्रीय जेल से जमानत पर रिहा हुआ था। मुठभेड़ के बाद घायल अवस्था में उसे गुरु नानक देव अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार, वारदात के समय हैरी के साथ मोटरसाइकिल पर मौजूद उसका साथी सन्नी, जो अटारी इलाके का रहने वाला है, गोलियों की तड़तड़ाहट के बीच मौके से भाग निकला। उसे पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें लगा दी गई हैं।

हथियार–नशा तस्करी गैंग पर शिकंजा
हाल ही में अमृतसर पुलिस ने 5 युवकों को गिरफ्तार कर उनके पास से 6 पिस्तौल और 1 किलो हेरोइन बरामद की थी। जांच में सामने आया कि इन युवकों के तार पाकिस्तान में बैठे स्मगलरों से जुड़े थे। इसके साथ ही, खालिस्तान समर्थक गुट द्वारा एक RSS नेता के बेटे पर हमला किए जाने की जिम्मेदारी लेने का मामला भी सुरक्षा एजेंसियों में चिंता का विषय बना हुआ है।
ISI और विदेशी गैंगों से सीधा संपर्क
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि मारे गए हैरी के लिंक विदेशी अपराधियों और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े हुए थे। ड्रोन के माध्यम से पाकिस्तान से हथियार और नशीला पदार्थ मंगाने में वह सक्रिय भूमिका निभाता था। मुठभेड़ स्थल से दो पिस्तौल बरामद हुए हैं, जिनकी जांच चल रही है। संदेह है कि ये भी ड्रोन के जरिए ही भेजे गए थे।
हैरी के खिलाफ अमृतसर व पठानकोट में लगभग पाँच गंभीर केस दर्ज हैं। जेल से बाहर आते ही वह फिर अपने पुराने नेटवर्क से जुड़ गया था। पुलिस ने उसके सभी पुराने मामलों की फाइलें दोबारा खोल दी हैं और उसके मूवमेंट, कॉल डिटेल्स तथा संपर्कों को खंगाला जा रहा है।
टेक्नोलॉजी का गलत इस्तेमाल बना चुनौती
अधिकारियों ने बताया कि आधुनिक अपराधी वर्चुअल नंबर, फर्जी ऑनलाइन पहचान और एन्क्रिप्टेड ऐप्स का उपयोग कर पुलिस की निगरानी से बचने की कोशिश करते हैं। हैरी भी इसी तरह अपने गैंग से गुप्त प्लानिंग करता था। अमृतसर में हाल की कुछ बड़ी वारदातों में भी उसकी संभावित संलिप्तता की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि हैरी के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं और उससे जुड़े हर व्यक्ति तक पहुंचकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


