
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले में मंगलवार को कोयला खदान विस्तार के विरोध में माहौल उस समय बेकाबू हो गया, जब ग्रामीणों और पुलिस के बीच हिंसक टकराव हो गया। इस घटना में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) समेत लगभग दो दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालात काबू में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी दागे गए।
यह विवाद एसईसीएल की अमेरा कोयला खदान के विस्तार को लेकर ग्राम परसोडी कला में चल रहे विरोध प्रदर्शन से जुड़ा था। ग्रामीणों का आरोप है कि उनकी जमीन का विधिवत अधिग्रहण किए बिना ही खनन कार्य आगे बढ़ाया जा रहा है। इसी मुद्दे को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुटे थे।
पुलिस को पहले से विरोध की आशंका होने के चलते इलाके में तैनात किया गया था, लेकिन अचानक स्थिति बिगड़ गई। ग्रामीणों की भीड़ ने पत्थरबाज़ी शुरू कर दी और कई लोग लाठी-डंडे व कुल्हाड़ी लेकर सामने आ गए। जवाब में पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया।
हमले में एएसपी, एसडीओपी और थाना प्रभारी समेत कई पुलिस अधिकारियों को चोटें आई हैं, जिनका उपचार अस्पताल में चल रहा है। एहतियातन क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है।
इस पूरे मामले पर सरगुजा के अपर कलेक्टर सुनील नायक ने कहा कि वर्ष 2016 में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। प्रशासन ग्रामीणों को संवाद के माध्यम से समझाने की कोशिश कर रहा है कि वे नियमों के तहत अपनी बात रखें और एसईसीएल को कार्य करने दें।


